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'आए दिन हमारे साथ छेड़खानी करते हैं...हमने स्कूल जाना तक छोड़ दिया'

बूंदी के ऐबरा गांव के लोगों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट का घेराव किया. ग्रामीणों की मांग है कि गांव में संचालित अवैध ठेके को तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए. प्रदर्शन में महिलाएं और छात्राएं भी सम्मिलित थी जिन्होंने शराबियों द्वारा आए दिन छेड़खानी का आरोप लगाया.

शराब ठेकों के विरोध में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
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Published : Jul 8, 2019, 6:39 PM IST

बूंदी. जिले में शराब माफियाओं का आंतक इस कदर बढ़ता जा रहा है कि अब महिलाएं और छात्राएं भी सुरक्षित नहीं है. जिले के ऐबरा गांव में शराबियों शराबी अवैध रूप से संचालित ठेके के सामने बैठकर मार्ग से गुजरती महिलाओं और स्कूल की छात्राओं से छेड़छाड़ करते हैं. शराबियों के उत्पात से परेशान ग्रामीणों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट का घेराव किया और समस्या के निराकरण नहीं होने पर स्कूली प्रवेश उत्सव के बहिष्कार की चेतावनी दी.

शराब ठेकों के विरोध में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

बिना परमिशन चला रहा दूसरा ठेका

प्रदर्शन में शामिल होने आई महिलाओं ने आरोप लगाया कि पंचायत के शराब ठेकेदार ने अपना दूसरा शराब ठेका खोल लिया जिसकी किसी से कोई परमिशन नहीं ली. खुले आम अवैध शराब बेची जा रही है जिससे शराबी आए दिन महिलाओं से गाली-गलौज करते हैं. वहीं एक छात्रा ने कहा कि स्कूल जाते वक्त उन्हें शराबियों द्वारा छेड़ा जाता है, सिटियां बजाई जाती है.

प्रवेश उत्सव के बहिष्कार की चेतावनी

ग्रामीणों ने गावं में अवैध रूप से संचालित शराब ठेके को तत्काल बंद करने की मांग की. शराबी आए दिन महिलाओं के साथ गाली-गलौज कर रहे है. इस और प्रशासन बेसुध बैठा है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो हम इस वर्ष हो रहे प्रवेश उत्सव का बहिष्कार करेंगे और हमारी छात्राओं को स्कूल नहीं जाने देंगे.

आर-पार की लड़ाई के लामबंद ग्रामीण

जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीणों की सुनवाई नहीं की जा रही है जिससे ग्रामीण अब आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है. वहीं सबसे ज्यादा परेशानी शराबियों को से महिलाओं और छात्राओं को है . क्योंकि उन्हें शराबी आए दिन परेशान करते हैं तरह-तरह की गाली गलौज कर उन्हें बेइज्जत करते हैं. यहां तक की छात्राओं को भी अब स्कूल जाने तक में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी के अनुसार 13 मई को गावं के लोगों ने जिला कलेक्टर को कार्रवाई के लिए शिकायत की थी जिसके बाद आबकारी टीम व पुलिस ने शराब जब्त कर दुकान को सीज कर दिया था. इसके बावजूद शराब ठेका फिर से मिलीभगत कर शुरू हो गया. यही नहीं उक्त ठेकेदार ने अन्य जगह भी शराब बेचना शुरू कर दिया है जो कि कलेक्टर के आदेश की अवहेलना है.

शराब मुक्त पंचायत की रखी मांग

गांव वालों ने चेताया कि अगर एक-दो दिन में प्रशासन शराब ठेके को नहीं हटाता है तो ग्रामीण अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. प्रदर्शन में काफी महिलाएं शामिल थीं. महिलाओं का कहना था कि शराब ठेके के कारण युवा बर्बाद हो रहे हैं, महिलाओं की सुरक्षा को खतरा है. बंबोरी पंचायत को ही शराब मुक्त किया जाए. कार्रवाई नहीं हुई तो गांव में अशांति फैल सकती है.

बूंदी. जिले में शराब माफियाओं का आंतक इस कदर बढ़ता जा रहा है कि अब महिलाएं और छात्राएं भी सुरक्षित नहीं है. जिले के ऐबरा गांव में शराबियों शराबी अवैध रूप से संचालित ठेके के सामने बैठकर मार्ग से गुजरती महिलाओं और स्कूल की छात्राओं से छेड़छाड़ करते हैं. शराबियों के उत्पात से परेशान ग्रामीणों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट का घेराव किया और समस्या के निराकरण नहीं होने पर स्कूली प्रवेश उत्सव के बहिष्कार की चेतावनी दी.

शराब ठेकों के विरोध में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

बिना परमिशन चला रहा दूसरा ठेका

प्रदर्शन में शामिल होने आई महिलाओं ने आरोप लगाया कि पंचायत के शराब ठेकेदार ने अपना दूसरा शराब ठेका खोल लिया जिसकी किसी से कोई परमिशन नहीं ली. खुले आम अवैध शराब बेची जा रही है जिससे शराबी आए दिन महिलाओं से गाली-गलौज करते हैं. वहीं एक छात्रा ने कहा कि स्कूल जाते वक्त उन्हें शराबियों द्वारा छेड़ा जाता है, सिटियां बजाई जाती है.

प्रवेश उत्सव के बहिष्कार की चेतावनी

ग्रामीणों ने गावं में अवैध रूप से संचालित शराब ठेके को तत्काल बंद करने की मांग की. शराबी आए दिन महिलाओं के साथ गाली-गलौज कर रहे है. इस और प्रशासन बेसुध बैठा है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो हम इस वर्ष हो रहे प्रवेश उत्सव का बहिष्कार करेंगे और हमारी छात्राओं को स्कूल नहीं जाने देंगे.

आर-पार की लड़ाई के लामबंद ग्रामीण

जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीणों की सुनवाई नहीं की जा रही है जिससे ग्रामीण अब आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है. वहीं सबसे ज्यादा परेशानी शराबियों को से महिलाओं और छात्राओं को है . क्योंकि उन्हें शराबी आए दिन परेशान करते हैं तरह-तरह की गाली गलौज कर उन्हें बेइज्जत करते हैं. यहां तक की छात्राओं को भी अब स्कूल जाने तक में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी के अनुसार 13 मई को गावं के लोगों ने जिला कलेक्टर को कार्रवाई के लिए शिकायत की थी जिसके बाद आबकारी टीम व पुलिस ने शराब जब्त कर दुकान को सीज कर दिया था. इसके बावजूद शराब ठेका फिर से मिलीभगत कर शुरू हो गया. यही नहीं उक्त ठेकेदार ने अन्य जगह भी शराब बेचना शुरू कर दिया है जो कि कलेक्टर के आदेश की अवहेलना है.

शराब मुक्त पंचायत की रखी मांग

गांव वालों ने चेताया कि अगर एक-दो दिन में प्रशासन शराब ठेके को नहीं हटाता है तो ग्रामीण अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. प्रदर्शन में काफी महिलाएं शामिल थीं. महिलाओं का कहना था कि शराब ठेके के कारण युवा बर्बाद हो रहे हैं, महिलाओं की सुरक्षा को खतरा है. बंबोरी पंचायत को ही शराब मुक्त किया जाए. कार्रवाई नहीं हुई तो गांव में अशांति फैल सकती है.

Intro:जिले के ऐबरा गावं में अवैध रूप से चल रहे शराब ठेके को तत्काल बंद करने की मांग की। ग्रामीणों का कहना था कि पंचायत के ही शराब ठेके वाले ने ही गांव में अवैध रूप से दूसरा शराब ठेका खोल लिया है, जिसकी कोई परमिशन नहीं है जिससे खुलेआम शराब पीकर उत्पात मचा रहे है आये दिन महिला के साथ गाली गलोच कर रहे है। इस और प्रशासन बेसुध बैठा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो हम इस वर्ष हो रहे प्रवेश उत्सव का बहिष्कार करेंगे और हमारी छात्राओं को स्कूल नहीं जाने देंगे तभी जाकर प्रशासन मानेगा ।




Body:बूंदी जिले के एबरा गांव में शराब ठेके के विरोध के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीणों की सुनवाई नहीं की जा रही है जिससे ग्रामीण अब आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है। वही सबसे ज्यादा परेशानी शराबियों को से महिलाओं और छात्राओं को है । क्योंकि उन्हें यह शराबी आए दिन परेशान करते हैं तरह-तरह की गाली गलौज कर कर उन्हें बेइज्जत करते हैं जिससे उन्हें गांव में चलने व छात्राओं को स्कूल जाने तक की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।

जानकारी के अनुसार 13 मई को गावं के लोगों ने जिला कलेक्टर को कार्रवाई के लिए शिकायत की थी जिसके बाद आबकारी टीम व पुलिस ने शराब जब्त कर दुकान को सीज कर दिया था। इसके बावजूद शराब ठेका फिर से मिलीभगत कर शुरू हो गया यही नहीं उक्त ठेकेदार ने अन्य जगह भी शराब बेचना शुरू कर दिया है जो कि कलेक्टर के आदेश की अवहेलना है। गांव वालों ने चेताया कि अगर एक-दो दिन में प्रशासन शराब ठेके को नहीं हटाता तो ग्रामीण अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। प्रदर्शन में काफी महिलाएं शामिल थीं। महिलाओं का कहना था कि शराब ठेके के कारण युवा बर्बाद हो रहे हैं, महिलाओं की सुरक्षा को खतरा है। बंबोरी पंचायत को ही शराब मुक्त किया जाए। कार्रवाई नहीं हुई तो गांव में अशांति फैल सकती है।






Conclusion:अब आबकारी विभाग को ग्रामीणों ने साफ़ साफ़ चेतावनी दी है की जल्द से जल्द कार्रवाई कर अवैध शराब बिक्री एवं दुकान पर कार्रवाई करे वार्ना हम खुद हाथो में लाठी डंडा लेकर सड़को पर उतरेंगे।  वहीं छात्राओं ने भी जिला कलेक्टर को कहा है कि अगर हम हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया और शराब ठेकों को नहीं हटाया गया तो हम स्कूल जाना बंद कर देंगे और आंदोलन करेंगे ।

बाईट - घिसी बाई ,ग्रामीण
बाईट - धापू बाई ,ग्रामीण
बाईट - चेतराम ,ग्रामीण
बाईट - मेघना , छात्रा

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