बूंदी. जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दो लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. इन दोनों के शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है और इनकी कोरोना जांच के लिए सैंपल ले लिया गया है, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है. अचानक से तबीयत खराब होने के चलते इन दोनों मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां पर इनकी सांस लेने में दिक्कत आने के साथ ही इन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है.
बूंदी में लगातार कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को शहर में एक भी कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है, लेकिन 500 से अधिक लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है. साथ ही जिले के लाखेरी और केशवरायपाटन में 3-3 मरीज कोरोना वायरस के मिले हैं और आंकड़ा 128 तक पहुंच गया है. इन मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की सूची बनाकर प्रशासन द्वारा कोरोना सैंपल लिया जा रहा है. वहीं इसी बीच बूंदी जिला अस्पताल से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती महिला और पुरुष मरीज की मौत हो गई है. जिस पर प्रशासन ने दोनों के कोरोना सैंपल लिए हैं और रिपोर्ट आने तक जिला अस्पताल की मोर्चरी में दोनों शव को रखवा दिया है.
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जानकारी के अनुसार शहर के गुरुनानक कॉलोनी निवासी 95 वर्षीय महिला को सांस की बीमारी थी और तबीयत खराब होने पर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां तबीयत स्थिर होने पर चिकित्सकों ने उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया था. यहां उसकी मौत हो गई है. इसी तरह शहर के सब्जी मंडी निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग को सीने में दर्द की शिकायत थी, जिसे परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां तबीयत नासाज होने पर उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया था, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई है. ऐसे में प्रशासन ने एक-एक कर दोनों की डेड बॉडी को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और उनके सैंपल लिए हैं. उधर आइसोलेशन वार्ड में मौत के बाद मरीजों और प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
वहीं प्रशासन द्वारा लॉकडाउन का आज बूंदी में तीसरा दिन है और शहर की सड़कों पर प्रशासन द्वारा सैनिटाइजर का छिड़काव करवाया जा रहा है. संक्रमण को कड़ी को रोकने की कोशिश की जा रही है. उधर बूंदी में रोज प्रशासन द्वारा 250 लोगों की रैंडमली सैंपलिंग की जा रही है, जिसमें हाई रिस्क एरिये के साथ संपर्क में आने वाले लोग शामिल है.