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बंगाल की तीस्ता नदी में बहे बूंदी के पर्यटकों 7 दिन बाद भी सुराग नहीं, परिजनों ने किया ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन - mamta banarji

पश्चिम बंगाल की तीस्ता नदी में 7 दिन पूर्व बूंदी के पर्यटकों की एक कार डूब गई थी, जिसमें 3 युवक सवार थे. इस घटनाक्र में एक युवक का शव तो मिल गया था लेकिन घटना के 7 दिन बाद भी कार चालक और दो युवकों के शव को ढुंढा नहीं जा सका. इससे आक्रोशित परिजनों और आमजनों ने ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.

परिजनों और आमजनों ने किया प्रदर्शन
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Published : Jul 16, 2019, 9:48 PM IST

बूंदी. करीब 7 दिन पहले पश्चिम बंगाल के सिक्किम रोड पर तीस्ता नदी में एक कार गिर गई थी जिसमें बूंदी के 3 पर्यटक भी थे. तीनों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है वहीं रेस्क्यु टीम की ओर से भी गंभीरता नहीं बरती जा रही जिससे उनका सुराग तो दूर डूबी हुई कार को भी नहीं निकाला गया. इससे आक्रोशित परिजनों ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

दरअसल, बूंदी के 3 युवक मोबाइल की कंपनी के टूर पर गंगटोक जा रहे थे. तभी तीस्ता नदी में कार खाई से नीचे गिर गई. घटना में एक का शव तो बरामद कर लिया जबकि बूंदी के दो युवक सहित चालक का अभी तक पता नही लग पाया है. दोनों ही युवकों के परिजन तीस्ता नदी के किनारे टकटकी लगाकर पिछले कई दिनों से देख रहे है. उनको अभी भी अपनों के सही सलामत मिलने की उम्मीद है.

परिजनों और आमजनों ने किया प्रदर्शन

ममता सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

नदी में रेस्क्यू टीम के ढुलमुल रवैये को परिजनों ने नाकाफी बताया. ममता सरकार पर पीड़ित परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है कि सरकार हमारी मदद नहीं कर रही है. मंगलवार को बड़ी संख्या में परिजनों और आमजनों ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए राजस्थान सरकार से मांग की है वह मदद कर उनकी तलाश करे. उनका आरोप है कि पश्चिम बंगाल सरकार कार ड्राइवर और बूंदी के दोनों युवकों की तलाशी के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं कर रही. इसी का परिणाम है कि 7 दिन बीत गए, कहीं से कोई खबर नहीं मिली रही. यहां तक की शनिवार को कार की लोकेशन मिल गई थी, जिसे भी अभी तक बाहर नहीं निकाला गया.

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने किया था फोन

उल्लेखनीय है कि बूंदी के कागदी देवरा निवासी 24 वर्षीय गोपाल नरवानी और देवपुरा निवासी 28 वर्षीय गौरव का अभी तक पता नहीं चला है. बूंदी के देवपुरा निवासी गौरव के परिजनों का कहना है कि किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है. गौरव का छोटा भाई घटना स्थल पर मौजूद रहकर बार-बार यही कह रहा है कि रेस्क्यू के दौरान कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही है. राजस्थान सरकार की ओर से भी मदद नहीं मिल रही है. केवल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का फोन आया था. जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार से मदद करने को कहा था. वहीं परिजनों को अभी भी विश्वास है कि उनके बच्चे सकुशल हैं. उल्लेखनीय है कि लापता गौरव की पत्नी मां बनने वाली है.

सिर्फ एक युवक का ही मिला है शव

बता दें कि नदी में बूंदी के दो युवक और कार चालक का पता नहीं लग पाया है. बूंदी के एक युवक अमन गर्ग का शव घटनास्थल से 40 किलोमीटर दूर मिल गया था लेकिन बाकी के शव अभी तक नहीं मिले है जिससे परिजनों को चिंता सताए जा रही है. पिछले दिनों से एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू चला रही थी लेकिन अब तो उन्होंने ने भी हाथ खड़े कर दिए है. प्रशासन ने मंगलवार से ही सेना के हवाले रेस्क्यू करने का आश्वासन दिया है.

बूंदी. करीब 7 दिन पहले पश्चिम बंगाल के सिक्किम रोड पर तीस्ता नदी में एक कार गिर गई थी जिसमें बूंदी के 3 पर्यटक भी थे. तीनों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है वहीं रेस्क्यु टीम की ओर से भी गंभीरता नहीं बरती जा रही जिससे उनका सुराग तो दूर डूबी हुई कार को भी नहीं निकाला गया. इससे आक्रोशित परिजनों ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

दरअसल, बूंदी के 3 युवक मोबाइल की कंपनी के टूर पर गंगटोक जा रहे थे. तभी तीस्ता नदी में कार खाई से नीचे गिर गई. घटना में एक का शव तो बरामद कर लिया जबकि बूंदी के दो युवक सहित चालक का अभी तक पता नही लग पाया है. दोनों ही युवकों के परिजन तीस्ता नदी के किनारे टकटकी लगाकर पिछले कई दिनों से देख रहे है. उनको अभी भी अपनों के सही सलामत मिलने की उम्मीद है.

परिजनों और आमजनों ने किया प्रदर्शन

ममता सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

नदी में रेस्क्यू टीम के ढुलमुल रवैये को परिजनों ने नाकाफी बताया. ममता सरकार पर पीड़ित परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है कि सरकार हमारी मदद नहीं कर रही है. मंगलवार को बड़ी संख्या में परिजनों और आमजनों ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए राजस्थान सरकार से मांग की है वह मदद कर उनकी तलाश करे. उनका आरोप है कि पश्चिम बंगाल सरकार कार ड्राइवर और बूंदी के दोनों युवकों की तलाशी के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं कर रही. इसी का परिणाम है कि 7 दिन बीत गए, कहीं से कोई खबर नहीं मिली रही. यहां तक की शनिवार को कार की लोकेशन मिल गई थी, जिसे भी अभी तक बाहर नहीं निकाला गया.

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने किया था फोन

उल्लेखनीय है कि बूंदी के कागदी देवरा निवासी 24 वर्षीय गोपाल नरवानी और देवपुरा निवासी 28 वर्षीय गौरव का अभी तक पता नहीं चला है. बूंदी के देवपुरा निवासी गौरव के परिजनों का कहना है कि किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है. गौरव का छोटा भाई घटना स्थल पर मौजूद रहकर बार-बार यही कह रहा है कि रेस्क्यू के दौरान कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही है. राजस्थान सरकार की ओर से भी मदद नहीं मिल रही है. केवल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का फोन आया था. जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार से मदद करने को कहा था. वहीं परिजनों को अभी भी विश्वास है कि उनके बच्चे सकुशल हैं. उल्लेखनीय है कि लापता गौरव की पत्नी मां बनने वाली है.

सिर्फ एक युवक का ही मिला है शव

बता दें कि नदी में बूंदी के दो युवक और कार चालक का पता नहीं लग पाया है. बूंदी के एक युवक अमन गर्ग का शव घटनास्थल से 40 किलोमीटर दूर मिल गया था लेकिन बाकी के शव अभी तक नहीं मिले है जिससे परिजनों को चिंता सताए जा रही है. पिछले दिनों से एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू चला रही थी लेकिन अब तो उन्होंने ने भी हाथ खड़े कर दिए है. प्रशासन ने मंगलवार से ही सेना के हवाले रेस्क्यू करने का आश्वासन दिया है.

Intro:बूंदी के 3 युवक मोबाइल की कंपनी के टूर पर गंगटोक जा रहे थे तभी वह तीस्ता नदी में कार 150 खाई के नीचे गिर गयी । उस घटना में एक का शव तो बरामद कर लिया जबकि बूंदी के दो युवक सहित चालक का अभी तक पता नही लगा है । Body:बूंदी । पश्चिम बंगाल के सिक्किम रोड पर तीस्ता नदी में समाई कार 7 दिन बाद भी नहीं निकली। कार में बूंदी के तीन युवक सवार थे जो गंगटोक घूमने जा रहे थे। इनमें से एक युवक का शव मिल गया, लेकिन दो युवकों सहित कार का चालक के बारे में अभी तक कोई खबर नहीं मिली। दोनों ही युवकों के परिजन तीस्ता नदी के किनारे टकटकी लगाकर देखते रहे। उन्होंने अभी भी अपनों के सही सलामत मिलने की उम्मीद नहीं छोड़ी। नदी में रेस्क्यू टीम की हलचल दिखी, लेकिन मौके पर मौजूद परिजनों ने इसे नाकाफी बताया। ममता सरकार पर पीड़ित परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है की सरकार हमारी तरफ कुछ नहीं कर पा रही है 7 दिन हो जाने को आये नदी से उन्हें बाहर नहीं निकाला है। आज बड़ी संख्या में परिजनों एंव आमजनो ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए राजस्थान सरकार से मांग की है वह मदद कर उनकी तलाश करे।

उनका आरोप है कि पश्चिम बंगाल सरकार कार ड्राइवर और बूंदी के दोनों युवकों की तलाशी के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं कर रही। इसी का परिणाम है कि 7 दिन बीत गए, कहीं से कोई खबर नहीं मिली रही। यहां तक की शनिवार को कार की लोकेशन मिल गई थी, जिसे भी अभी तक बाहर नहीं निकाल पाए। उल्लेखनीय है कि बूंदी के कागदी देवरा निवासी 24 वर्षीय गोपाल नरवानी और देवपुरा निवासी 28 वर्षीय गौरव का अभी तक पता नहीं चला है। बूंदी के देवपुरा निवासी गौरव के परिजनों का कहना है की किसी तरह की मदद नहीं मिल रही। गौरव का छोटा भाई घटना स्थल पर मौजूद रहकर बार-बार यही कह रहा है कि रेस्क्यू के दौरान कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही। सरकार भी कोई ठोस निर्णय नहीं कर रही। केवल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का फोन आया था। सभी लोग मिलकर गौरव को ढूंढवा दो। पश्चिम बंगाल सरकार इन्हें अपने बच्चे मानकर ढूंढवाने में मदद करें। अभी भी विश्वास है कि बच्चे सकुशल हैं। उल्लेखनीय है कि गौरव की पत्नी मां बनने वाली है। घर में छह दिन पहले ही हंसी-खुशी का माहौल था।

Conclusion:नदी में बूंदी के दो युवक और कार चालक का पता नहीं लग पाया है यहां दिन पूर्व बूंदी के एक युवक अमन गर्ग का शव घटना के 40 किलोमीटर दूर मिल गया था लेकिन बाकी के शव अभी तक नहीं मिले है जिससे परिजनों को चिंता खाई जा रही है। पिछले छे दिनों से एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू चला रही थी लेकिन अब तो उन्होंने ने भी हाथ खड़े कर दिए है। प्रशासन ने आज से ही सेना के हवाले रेस्क्यू करने का आशवासन दिया है।

बाईट - ब्रज किशोर , परिजन
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