बूंदी. सोमवार से लगभग पूरे प्रदेश में सभी जगह धार्मिक स्थानों को खोल दिया गया है, लेकिन बूंदी प्रशासन ने सभी समाजों की बैठक लेकर धार्मिक स्थानों को यथास्थिति रखने के आदेश जारी किए हैं. जिसकी वजह से सोमवार को जिले में एक भी धर्म स्थल को नहीं खोला गया.
अनलॉक-4 के दौरान धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए गाइडलाइन जारी होने के बाद शुक्रवार को यहां जिला कलेक्ट्रेट सभागार में कलेक्टर आशीष गुप्ता की अध्यक्षता में विभिन्न संप्रदाय के प्रबुद्ध जनों की बैठक का आयोजन किया गया था. बैठक में सांप्रदाय के प्रमुख व्यक्तियों ने सुझाव दिया कि वर्तमान में धार्मिक स्थलों को खोलने से संक्रमण की स्थिति ज्यादा गंभीर हो सकती है.
साथ ही उन्होंने संक्रमण की स्थिति को देखते हुए वर्तमान में धार्मिक स्थलों को बंद रखने का सुझाव देते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों पर वर्तमान में यथास्थिति बनाए रखी जाए. उसके बाद आगामी 5 अक्टूबर को धार्मिक स्थलों को खोलने के संबंध में सभी संप्रदायिक के प्रबुद्ध जनों की बैठक का आयोजन किया जाए और इसकी समीक्षा की जाएगी.
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जिसके बाद बूंदी कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि धार्मिक संप्रदाय के लोगों से वार्ता के बाद जिले में कोई भी धार्मिक स्थल नहीं खुलेगा. प्रशासन की लोगों से अपील है कि कोरोना वायरस के लगातार मरीज बढ़ रहे हैं. ऐसे में जिले में धार्मिक स्थान न खोलें. फिलहाल 1 महीने तक स्थिति को देखा जाएगा और 1 महीने बाद फिर से बैठक का आयोजन होगा, जिसमें स्थिति को आंका जाएगा.