बूंदी. एक निजी स्कूल के शिक्षक ने महज बुक पर कवर नहीं चढ़ाने पर दिव्यांग बच्चे को कड़ाके की ठण्ड में पानी के टैंक में फैंक दिया. बच्चा कई देर तक पानी में ठिठुरता रहा, हालांकि बाद में कुछ अन्य शिक्षकों ने बच्चे को टंकी से बाहर निकाला.
जब छात्र ने पूरी आपबीती अपने परिजनों को बताई तो सब स्कूल पहुंचे. परिजनों के हंगामा करने पर स्कूल प्रबंधक मौके से स्कूल बंद कर फरार हो गए. इस मामले की शिकायत परिजनों ने जिला कलेक्टर को दी है. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने स्कूल के इस आम मानवीय चेहरे के मामले में जांच कराने का निर्णय लिया है.
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यह मामला बूंदी के एक निजी स्कूल का है. जहां पढ़ने वाले 6 वर्ष के दिव्यांग छात्र ने अपनी होमवर्क कॉपी पर कवर नहीं चढ़ाया था. इस मामूली सी बात पर स्कूल टीचर आग बबूला हो गई. छात्र के पिता का आरोप है कि महिला टीचर ने उनके बेटे को इस बात पर पानी के टैंक में लटका दिया. इस दौरान बच्चा हाथ से छूट गया और पानी के टैंक में जा गिरा. गनीमत यह रही कि बच्चा बच गया और सुरक्षित उसे बाहर निकाल लिया गया.
पीड़ित के पिता ने बताया कि उसका बच्चा बचपन से ही दिव्यांग है. स्कूल में हुए इस घटनाक्रम के बाद वह रोते-रोते घर पहुंचा और आपबीती सुनाई. वहीं, पीड़ित छात्र ने बताया कि वह अपनी बुक पर कवर चढ़ा कर नहीं गया था. इस पर अध्यापिका ने डांटने के साथ-साथ पिटाई भी की. इस मामले को लेकर पीड़ित बच्चे के पिता ने जिला कलेक्टर को आरोपी शिक्षक और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है.
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उधर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर एयू खान ने कहा है कि पिता द्वारा पुत्र के साथ मारपीट व टैंक में डाले जाने की शिकायत मिली है. इस पर हम संबंधित अधिकारी से जांच करवाकर मामले को दिखाएंगे. जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.