बूंदी. जिले में संयुक्त गठबंधन से चल रही प्रयोगशाला सेवा की अवधि न बढ़ाने के कारण निशुल्क जांच योजना बंद हो गई है. प्रयोगशाला में निजी कंपनी की ओर से जांच के लिए सामग्री भेजी जाती थी. लेकिन टेंडर नहीं होने के चलते हुए जांच के सामान नहीं भेजे जा रहे. जिसके चलते योजना बंद हो गई है.
इस कारण करीब 36 महत्वपूर्ण जांच बंद हुई है. वहीं मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना और पीपीपी मोड पर चलने वाली जांच योजना दोनों ही जिला अस्पताल में बंद हो गई . जिस कारण मरीजों को निजी सेंटरों पर जाकर जांच करानी पड़ रही है.
वहीं जिला अस्पताल में संचालित मुक्त प्रयोगशाला में 30 जून से ताला लग गया है. जानकारी के अनुसार राजस्थान सरकार व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, कृष्णा डायग्नोस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के तहत संयुक्त गठबंधन से जिला अस्पताल में निशुल्क जांच योजना शुरू की गई थी.
जिसके तहत कृष्णा डायग्नोस्टिक की ओर से जिला अस्पताल में रोगियों की जांच की जा रही थी. लेकिन सरकार ने इस योजना की अवधि नहीं बढ़ाई है. इस कारण से रोगियों को जांच के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है.
वहीं मरीजों को महंगे दामों पर जांच को निजी सेंटरों पर करवाना पड़ रहा है.वहीं अस्पताल प्रशासन भी जल्द इस मामले में जांच योजना शुरू करवाने की बात कर रहा है. नए टेंडर होते ही जांच शुरू होने की बात कही है.
वहीं आमजन ने भी इस मामले में कहा है कि जल्द सरकार की ओर से मरीजों को राहत प्रदान की जाए और टेंडर कर कंपनी के समय अवधि बढ़ाई जाए, ताकि फिर से निशुल्क जांच योजना के तहत मुफ्त जांच सेवा शुरू हो सके.