ETV Bharat / state

बूंदी: ओलावृष्टि का मुआवजा नहीं मिलने पर किसानों का फूटा गुस्सा, जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन

बूंदी में फरवरी में हुई ओलावृष्टि का मुआवजा किसानों को अभी तक नहीं मिला है. जिसके चलते किसानों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. साथ ही मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र-आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

बूंदी की खबर,  Farmers gave memorandum
कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए किसान
author img

By

Published : Dec 27, 2019, 4:54 PM IST

बूंदी. जिले में फरवरी महीने में हुई ओलावृष्टि का मुआवजा किसानों को अभी तक नहीं मिला है, जिसके चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इससे परेशान होकर आज यानी शुक्रवार को बड़ी संख्या में मुआवजे से वंचित रह गए किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.

ओलावृष्टि का मुआवजा नहीं मिलने पर किसानों ने जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन

इस दौरान किसानों ने मुआवजा देने की मांग की. साथ ही ये भी कहा कि अगर जल्द ही उन्हें मुआवजा नहीं मिला, तो वो उग्र-आंदोलन करेंगे. दरअसल, जिल के लगभग दर्जन भर गांवों को अभी तक मुआवजे का इंतजार है. बता दें कि फरवरी 2019 को अचानक से हुई ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से किसानों के लाखों रुपए की फसले बर्बाद हो गई थीं.

मआवजे की मांग को लेकर जिला कलेक्टर पहुंचे किसानो को कलेक्टर ने फिर से जांच करवाकर, मुआवजा देने की बात कही है. शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे किसानों ने 'किसान एकता जिंदाबाद' का नारा लगाया और कलेक्टर को ज्ञापन दिया.

पढ़ें: रिश्वतखोर SME मीणा को कोर्ट ने भेजा 2 दिन की रिमांड पर

किसानों का कहना है कि उनेक इलाके में 60 प्रतिशत फसलें बर्बाद हुई हैं, इसके बाद भी उन्हें मुआवजे की मांग करनी पड़ रही है. जबकि जिन इलाकों में 40 प्रतिशत फसलें बर्बाद हुई हैं, उन इलाकों को मुआवजा मिल गया है. किसानों ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है. अब देखना होगा कि जिला प्रशासन किसानों की मांगें कब तक पूरा करता है.

बूंदी. जिले में फरवरी महीने में हुई ओलावृष्टि का मुआवजा किसानों को अभी तक नहीं मिला है, जिसके चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इससे परेशान होकर आज यानी शुक्रवार को बड़ी संख्या में मुआवजे से वंचित रह गए किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.

ओलावृष्टि का मुआवजा नहीं मिलने पर किसानों ने जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन

इस दौरान किसानों ने मुआवजा देने की मांग की. साथ ही ये भी कहा कि अगर जल्द ही उन्हें मुआवजा नहीं मिला, तो वो उग्र-आंदोलन करेंगे. दरअसल, जिल के लगभग दर्जन भर गांवों को अभी तक मुआवजे का इंतजार है. बता दें कि फरवरी 2019 को अचानक से हुई ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से किसानों के लाखों रुपए की फसले बर्बाद हो गई थीं.

मआवजे की मांग को लेकर जिला कलेक्टर पहुंचे किसानो को कलेक्टर ने फिर से जांच करवाकर, मुआवजा देने की बात कही है. शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे किसानों ने 'किसान एकता जिंदाबाद' का नारा लगाया और कलेक्टर को ज्ञापन दिया.

पढ़ें: रिश्वतखोर SME मीणा को कोर्ट ने भेजा 2 दिन की रिमांड पर

किसानों का कहना है कि उनेक इलाके में 60 प्रतिशत फसलें बर्बाद हुई हैं, इसके बाद भी उन्हें मुआवजे की मांग करनी पड़ रही है. जबकि जिन इलाकों में 40 प्रतिशत फसलें बर्बाद हुई हैं, उन इलाकों को मुआवजा मिल गया है. किसानों ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है. अब देखना होगा कि जिला प्रशासन किसानों की मांगें कब तक पूरा करता है.

Intro:बूंदी में फरवरी के माह में हुई ओलावृष्टि का किसानों को अभी तक भी मुआवजा नहीं मिला है जिसके चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है । आज बड़ी संख्या में मुआवजे से वंचित रहे किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और किया कलेक्टर से मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर हमें जल्द ही मुआवजा नहीं मिला तो हम उग्र आंदोलन करेंगे ।


Body:बूंदी के कई दर्जन भर गांवों को अभी तक भी फसल मुआवजा का इंतजार है । फरवरी 2019 को अचानक से हुई ओलावृष्टि व अतिवृष्टि से किसानों की लाखों रुपए की फसल बर्बाद हो गई इस बर्बादी का मंजर सभी ने देखा लेकिन बर्बादी की मंजर को किसान सह नहीं सके और आज भी उस दर्द को अपने मुंह पर बयां करते हुए जिला कलेक्टर से गुहार लगा रहे हैं । बूंदी तहसील के माटुंदा , मोतीपुरा , जावटीकला, गोरधनपुरा सहित कई ऐसे गांव हैं जिन गांव में 60 % से अधिक फसल खराब हुई थी जिन्हें अभी तक भी मुआवजा नहीं मिला है जबकि इस इलाके में सर्वे भी हो चुके हैं और अधिकारियों द्वारा आश्वासन भी किसानों को दिए जा रहे हैं । फसल का मुआवजा नहीं मिलने के चलते आज सभी ग्रामीण जिला कलेक्टर प्रदर्शन करते हुए पहुंचे और जिला कलेक्टर को ओलावृष्टि में खराब हुई फसल का मुआवजा देने की मांग की। यहां पर कलेक्टर ने फिर से जांच करवाकर किसानों को मुआवजा देने की बात कही है लेकिन किसानों ने साफ-साफ प्रशासन को चेताया है कि अगर जल्द ही उन्हें मुआवजा नहीं मिला तो वह आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी । यहां शुक्रवार को जिले के सभी किसान जुलूस के रूप में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां पर उन्होंने जमकर किसान एकता जिंदाबाद मुआवजा देने की मांग के नारे लगाते हुए जिला कलेक्टर को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा है ।



Conclusion:किसानों ने बताया कि फरवरी 2019 को जो ओलावृष्टि हुई थी जिसमें हमारी काफी मात्रा में फसलें बर्बाद हो गई जिसकी भरपाई हम आज दिन तक भी नहीं कर पा रहे हैं उस समय गेहूं सहित बड़ी तादाद में फसलें बर्बाद हुई थी जिसका सर्वे भी किया गया था लेकिन आज दिन तक भी हमें मुआवजा नहीं मिल पाया है । जबकि किसानों ने आरोप लगाया है कि हमारे इलाके में 60 प्रतिशत फसलें बर्बाद हुई है और 40 प्रतिशत जिन इलाकों में फसलें बर्बाद हुई है उन इलाकों को तो मुआवजा मिल गया लेकिन हमें अभी तक भी मुआवजा नहीं मिला है जबकि हमारी खराबी की रिपोर्ट 60 प्रतिशत ज्यादा है । उन्होंने राज्य सरकार व जिला प्रशासन पर भेदभाव का भी आरोप लगाया है । अब देखना होगा कि किसानों की मांगे कब तक जिला प्रशासन पूरा करता है या नहीं ।

बाईट - बाबूलाल वर्मा , किसान
बाईट - अमर लाल , किसान
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.