बूंदी. जिले में फरवरी महीने में हुई ओलावृष्टि का मुआवजा किसानों को अभी तक नहीं मिला है, जिसके चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इससे परेशान होकर आज यानी शुक्रवार को बड़ी संख्या में मुआवजे से वंचित रह गए किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.
इस दौरान किसानों ने मुआवजा देने की मांग की. साथ ही ये भी कहा कि अगर जल्द ही उन्हें मुआवजा नहीं मिला, तो वो उग्र-आंदोलन करेंगे. दरअसल, जिल के लगभग दर्जन भर गांवों को अभी तक मुआवजे का इंतजार है. बता दें कि फरवरी 2019 को अचानक से हुई ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से किसानों के लाखों रुपए की फसले बर्बाद हो गई थीं.
मआवजे की मांग को लेकर जिला कलेक्टर पहुंचे किसानो को कलेक्टर ने फिर से जांच करवाकर, मुआवजा देने की बात कही है. शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे किसानों ने 'किसान एकता जिंदाबाद' का नारा लगाया और कलेक्टर को ज्ञापन दिया.
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किसानों का कहना है कि उनेक इलाके में 60 प्रतिशत फसलें बर्बाद हुई हैं, इसके बाद भी उन्हें मुआवजे की मांग करनी पड़ रही है. जबकि जिन इलाकों में 40 प्रतिशत फसलें बर्बाद हुई हैं, उन इलाकों को मुआवजा मिल गया है. किसानों ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है. अब देखना होगा कि जिला प्रशासन किसानों की मांगें कब तक पूरा करता है.