बूंदी. जिले में भारत बंद का मिलझुला असर देखने को मिला. यहां भारत बंद के आह्वान पर शहर के बाजार बंद रहे, लेकिन जैसे ही किसान मार्केट में दुकानों को बंद कराने पहुंचे तो व्यापारी और किसान आमने-सामने हो गए और झड़प हो गई. यहां कुछ बाजार बंद थे, जबकि कुछ दुकानदारों ने दुकानें खोली हुई थी. जिसको लेकर किसान संगठनों ने बंद करने को लेकर व्यापारियों के सामने प्रदर्शन किया.
इसी बीच व्यापारी और किसान आमने-सामने हो गए और जमकर कहासुनी होने लगी. यहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने व्यापारियों-किसानों से समझाइश की लेकिन वे एक दूसरे पर गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए मामले में माहौल बनाने की कोशिश करने लगे. वहीं, हंगामे की सूचना मिलने के बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात हो गया. मौके पर आरएसी के जवान बुलाए गए.
सूचना मिलने के साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरीलाल, तहसीलदार मौके पर पहुंचे. जहां व्यापारियों और किसानों की बात इतनी बढ़ गई कि व्यापारी किसानों के विरोध में सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे और उनपर कार्रवाई करने की मांग करने लगे. पुलिस की समझाइश के साथ किसान वहां से प्रदर्शन करते हुए दूसरे बाजार में चले गए लेकिन वापस से किसान व्यापारियों से वार्ता करने के लिए पहुंचे. जहां व्यापारियों और किसानों में फिर से जमकर बहस हुई. ऐसे में पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करवाकर मामला शांत करवाया है.
घटना के बाद बाजार में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करवाया गया है. उधर, कृषि उपज मंडी सुचारू रूप से चलने की सूचना पर किसान संगठन कृषि उपज मंडी में पहुंचे. जहांपर मंडी सुचारू रूप से चल रही थी. जिसपर किसान संगठनों ने अपना विरोध जताते हुए मंडी को प्रदर्शन कर बंद करवाया. सूचना मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक धर्मेंद्र कुमार, कोतवाली थाना प्रभारी लोकेंद्र पालीवाल सहित पुलिस जाब्ता कृषि मंडी पहुंचा और समझाइश कर मंडी के आढ़तियों से वार्ता कर्रवाई की. जहां किसान संगठनों ने कहा कि सूचना देने के बावजूद भी आढ़तियों ने किसानों को सूचना नहीं दी. जिसके चलते किसान मंडी में माल बेचने किसान आ गए, लेकिन हम जैसे ही बन्द का आव्हान करने के साथ मंडी में पहुंचे तो किसानों ने हमारा समर्थन कर मंडी को बंद कर दिया है.