केशवरायपाटन (बूंदी). सांप के काटने से एक किसान की मौत हो गई. घटना जिले के कापरेन थाना क्षेत्र के रोटेदा गांव की है. जहां शुक्रवार दोपहर को किसान खेत में धान की रखवाली कर रहा था. तभी एक सांप ने किसान को काट लिया. जिसके बाद किसान को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने किसान को मृत घोषित कर दिया. परिवार वालों का कहना है कि सांप के काटन के आधे घंटे में ही किसान की मौत हो गई थी.
रोटेदा निवासी किसान परमानन्द गुर्जर मजदूरी करता था. शुक्रवार को वो धान के खेतों में जानवरों को भगाने गया था. इसी दौरान खेत में जहरीले सांप ने किसान को काट लिया. जिसके बाद किसान अचेत होकर खेत में ही गिर गया. जब गांव वालों की इसकी सूचना मिली तो वो दौड़े-दौड़े खेत में पहुंचे. खेत तक पक्का रास्ता नहीं होने के चलते किसान को ट्रैक्टर की मदद से सड़क तक लाया गया. जिसके बाद राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय कापरेन में ले जाया गया. जहां पर चिकित्सकों ने परमानन्द गुर्जर को मृत घोषित कर दिया.
पढ़ें: किसान महापंचायत ने लगाया केंद्र सरकार पर PM-AASHA स्कीम की अनदेखी का आरोप
सूचना पर एएसआई हंसराज मीणा मौके पर पहुंचे ओर शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया. परिजनों के मुताबिक सांप इतना जहरीला था कि किसान ने महज आधे घंटे में दम तोड़ दिया. मृतक किसान के दो बेटे हैं. दोनों बेटे अभी पढ़ाई कर रहे हैं. भारत में हर साल हजारों किसानों की मौत सांप काटने से हो जाती है. एक चौंकाने वाली स्टडी सामने आई थी जिसमें बताया गया था कि भारत में 2000 से 2019 के बीच 1.2 मिलियन लोगों की मौत सांप के काटने से हुई. वहीं WHO की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में सांप के काटने से 81000 से 138000 लोगों की मौत हो जाती है.
भारत में ज्यादातर मौतों की वजह लोगों को जानकारी का अभाव है. सरकारों की तरफ से आम जन को सांप काटने पर प्राथमिक उपचार करने के बारे में जागरूक करने संबंधित कार्यक्रम चलाए ही नहीं जाते. अगर सांप काटने के बाद व्यक्ति को सही प्राथमिक उपचार मिल जाए तो काफी लोगों की जान बचाई जा सकती है.