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बूंदी: दलित समाज ने पुलिस पर ढ़िलाई के आरोप लगाते हुए दी आंदोलन की चेतावनी

दलित समाज पर हुए अत्याचारों को लेकर दलित समाज एकजुट विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में है. बूंदी पुलिस पर लगातार मामलों को रफा-दफा करने आरोप लगाते हुए अब दलित समाज ने बैठक आयोजित कर बूंदी खिलाफ पुलिस के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

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Published : Jun 12, 2019, 2:20 AM IST

बूंदी पुलिस दलित विरोधी: दलित समाज

बूंदी. दलित समाज एकजुट होकर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में है. मंगलवार को एक निजी होटल में प्रदेशभर से आए पदाधिकारियों द्वारा बूंदी में हो रहे लगातार दलित समाज पर अत्याचारों पर समीक्षा की गई. इस समीक्षा में पुलिस द्वारा समय रहते कार्रवाई नहीं करने और आरोपियों को पनाह देने जैसे गंभीर आरोप लगे, जिस पर समाज ने एकजुट होकर यह आह्वान किया कि सब मिलकर दलित अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाकर सड़कों पर उतरें और घटनाओं का विरोध करें.

दलित समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी

बैठक में दलित समाज पर हुए अत्याचारों की एक रिपोर्ट तैयार कर एक डेलिगेशन टीम एसपी से मिलने गई. जहां पर दलित समाज द्वारा समय पर अल्टीमेटम दिए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ. उस अल्टीमेटम पर बूंदी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है तो आंदोलन की चेतावनी दी है. भीमराव अंबेडकर समिति के जिला अध्यक्ष बाबूलाल वर्मा ने बताया कि बूंदी जिले में इन 2 से 3 माह के अंदर दलित समाज पर कहीं अत्याचार हुए. जिसको लेकर हम ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. लेकिन, पुलिस द्वारा इस मामले में ढ़िलाई दिखाई गई.

जब दलित समाज उग्र हुआ और प्रदर्शन किए तो उक्त मामलों में मुख्य आरोपियों को छोड़कर अन्य आरोपियों को पकड़ लिया गया. आज भी उन मामलों में हम कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. लेकिन, पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इसी को देखते हुए हमने आज दलित अत्याचार गोष्ठी आयोजित की समीक्षा करने की कोशिश की. आपको बता दें कि बूंदी जिले के देई, करवर, तालेड़ा थाना और नैनवा, सदर थाना सहित कई इलाकों में दलित समाज के लोगों पर अत्याचार के मामले सामने आए थे.

बूंदी. दलित समाज एकजुट होकर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में है. मंगलवार को एक निजी होटल में प्रदेशभर से आए पदाधिकारियों द्वारा बूंदी में हो रहे लगातार दलित समाज पर अत्याचारों पर समीक्षा की गई. इस समीक्षा में पुलिस द्वारा समय रहते कार्रवाई नहीं करने और आरोपियों को पनाह देने जैसे गंभीर आरोप लगे, जिस पर समाज ने एकजुट होकर यह आह्वान किया कि सब मिलकर दलित अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाकर सड़कों पर उतरें और घटनाओं का विरोध करें.

दलित समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी

बैठक में दलित समाज पर हुए अत्याचारों की एक रिपोर्ट तैयार कर एक डेलिगेशन टीम एसपी से मिलने गई. जहां पर दलित समाज द्वारा समय पर अल्टीमेटम दिए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ. उस अल्टीमेटम पर बूंदी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है तो आंदोलन की चेतावनी दी है. भीमराव अंबेडकर समिति के जिला अध्यक्ष बाबूलाल वर्मा ने बताया कि बूंदी जिले में इन 2 से 3 माह के अंदर दलित समाज पर कहीं अत्याचार हुए. जिसको लेकर हम ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. लेकिन, पुलिस द्वारा इस मामले में ढ़िलाई दिखाई गई.

जब दलित समाज उग्र हुआ और प्रदर्शन किए तो उक्त मामलों में मुख्य आरोपियों को छोड़कर अन्य आरोपियों को पकड़ लिया गया. आज भी उन मामलों में हम कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. लेकिन, पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इसी को देखते हुए हमने आज दलित अत्याचार गोष्ठी आयोजित की समीक्षा करने की कोशिश की. आपको बता दें कि बूंदी जिले के देई, करवर, तालेड़ा थाना और नैनवा, सदर थाना सहित कई इलाकों में दलित समाज के लोगों पर अत्याचार के मामले सामने आए थे.

Intro:बूंदी में दलित समाज एकजुट होकर बूंदी पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में है आज मंगलवार को एक निजी होटल में प्रदेशभर से आए पदाधिकारियों द्वारा बूंदी में हो रहे लगातार दलित समाज के परिवारों पर अत्याचारों पर समीक्षा की गई । इस समीक्षा में बूंदी पुलिस द्वारा समय रहते कार्रवाई नहीं करने और आरोपियों को पनाह देने जैसे गंभीर आरोप लगे जिस पर समाज ने एकजुट होकर यह आह्वान किया कि सब मिलकर दलित अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाकर सड़कों पर उतरे और घटनाओं का विरोध करें।

इस बैठक में दलित समाज बूंदी पर हुए अत्याचारों की एक रिपोर्ट तैयार कर डेलिगेशन टीम एसपी से मिलने गई जहां पर दलित समाज द्वारा समय पर अल्टीमेटम दिए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ और उस अल्टीमेटम पर बूंदी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है तो आंदोलन की चेतावनी दी है ।


Body:इस दौरान भीमराव अंबेडकर समिति के जिला अध्यक्ष बाबूलाल वर्मा ने बताया कि बूंदी जिले में इन 2 से 3 माह के अंदर दलित समाज पर कहीं अत्याचार हुए जिसको लेकर हम ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की लेकिन बूंदी पुलिस द्वारा इस मामले में दिलाई दिखाई दी और आरोपियों को कई दिनों तक नहीं पकड़ा गया ।

जब दलित समाज उग्र हुआ और प्रदर्शन किए तो उन मामलों में मुख्य आरोपियों को छोड़कर अन्य आरोपियों को पकड़ लिया गया आज भी उन मामलों में हम कार्रवाई की मांग कर रहे हैं लेकिन कुछ कार्रवाई पुलिस प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही है । इसी को देखते हुए हमने आज दलित अत्याचार गोष्ठी आयोजित की समीक्षा करने की कोशिश की कि किस तरीके से समाज को एकजुट कर और अत्याचारों के खिलाफ लड़ा जाए जहां कैसे विरोध प्रदर्शन किए जाएं उन सुझावों पर मुख्य वक्ताओं द्वारा आगे की रणनीति तय की गई ।


Conclusion:आपको बता दे कि बूंदी जिले के देई , करवर , तालेड़ा थाना व नैनवा , सदर थाना सहित कई इलाकों में इन दिनों दलित समाज के लोगों पर अत्याचार के मामले सामने आए थे उस मामलों में दलित समाज द्वारा प्रदर्शन कर भी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई थी । लेकिन फिर भी दलित समाज कार्रवाई से संतुष्ट नजर नहीं आ रहा है और लगातार बूंदी पुलिस पर आरोप लगाते हुए मामले को रफा-दफा करने में कि जैसे गंभीर आरोप लगा रहा है। अब दलित समाज ने बैठक आयोजित कर बूंदी खिलाफ पुलिस के खिलाफ आंदोलन करने की तैयारी कर ली है और जल्द आंदोलन करने का की चेतावनी भी दे दी है ।।

बाईट - बाबू लाल वर्मा , बाबा भीमराव अम्बेडकर , जिला अध्यक्ष ,
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