बूंदी. जिले में मेडिकल कॉलेज का सपना अब जल्द ही आकार लेने लगेगा. शासन सचिव चिकित्सा, शिक्षा वैभव गालरिया ने गुरूवार को हिण्डोली के तालाब गांव में मेडिकल कॉलेज के लिए जिला प्रशासन द्वारा आवंटित भूमि का अवलोकन किया. संबंधित अधिकारियों एवं कार्यकारी एजेंसी के प्रतिनिधियों से चर्चा की गई, जिससे आगे की रूपरेखा तय की जा सके. गालरिया ने कहा कि राज्य सरकार ने बूंदी को मेडिकल कॉलेज की जो सौगात दी है उसे मूर्त रूप देने की दिशा में प्रयास शुरू हो गए हैं. प्रयास है कि अगले सत्र से बूंदी में मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाए.
जल्दी ही इसके लिए निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है. शासन सचिव वैभव गालरिया ने प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज की भूमि का नक्शा देखकर यहां बनाए जाने वाले विभिन्न खण्डों की जानकारी ली. साथ ही मौजूदा जिला चिकित्सालय में किए जाने वाले अपग्रेडेशन कार्य के लिए भी स्थान आदि पर चर्चा की. गालरिया ने बताया कि मेडिकल कॉलेज करीब सवा तीन सौ करोड़ की लागत से बनाया जाएगा, जिसमें निर्माण, उपकरण एवं अकादमिक सभी पक्ष शामिल है.
तालाब गांव में आवंटित करीब 60 बीघा भूमि पर अकादमिक तथा हॉस्टल आदि आवासीय परिसर बनेंगे. क्लीनिकल पार्ट के लिए मौजूदा सामान्य चिकित्सालय परिसर में भी आवश्यकतानुसार निर्माण एवं विस्तार कार्य कराए जाएंगे. सामान्य चिकित्सालय में मेडिकल सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा तथा नेशनल मेडिकल कमीशन की गाइडलाइन के अनुसार 450 बेड की क्षमता एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं भी की जाएंगी. इस दौरान उपखण्ड अधिकारी हिण्डोली मुकेश चैधरी, नायब तहसीलदार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे.
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इससे पहले चिकित्सा शिक्षा की उपनिदेशक डॉ. रश्मि गुप्ता ने जिला अस्पताल में मौजूदा व्यवस्थाएं देखी तथा मेडिकल कॉलेज के दृष्टिगत किए जाने वाले अपग्रेडेशन एंव विस्तार कार्य की रूपरेखा पर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर विजय तथा कंसल्टेंट कंपनी प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की.