बूंदी. शहर में बुधवार को 2 गोवंश की मौत का मामला सामने आया है. गोवंशों की मौत के बाद गौरक्षकों ने दोनों शवों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. इस दौरान गौरक्षकों ने गौशाला संचालकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
बूंदी शहर में दो अलग-अलग इलाकों में 2 गोवंशों की मौत होने के बाद बुधवार को गौरक्षकों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन की सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और गौ रक्षकों से समझाइश की. लेकिन गौ रक्षक आरोपियों पर कार्रवाई की मांग करने पर अड़े रहे. इस दौरान गौ रक्षकों ने पशु चिकित्सालय अस्पताल और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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गौ रक्षकों का कहना था कि जिन गायों की मौत हुई है वह गौशाला की गाय हैं. उन्होंने गौशाला संचालकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि बारिश के दौरान गौ संचालक गोवंशों को बाहर छोड़ देते हैं. उन्होंने गोवंश की मौत के मामले में प्रशासन से गौशाला संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
वहीं, मामले को लेकर उच्च अधिकारी मौके पर आए और गौ रक्षकों से वार्ता की. गौरक्षकों से करीब 2 घंटे तक वार्ता के बाद प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. इसके बाद गौ रक्षक मानें और गायों को उठाकर उसका अंतिम संस्कार करवाया.