बीकानेर. जिले में सर्व समाज और सर्वदलीय नेताओं ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की हत्या की साजिश के मामले में 15 दिन बाद भी एसओजी से इसकी जांच को लेकर कोई आदेश नहीं होने और रामेश्वर डूडी को जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध नहीं करवाने के मामले में सरकार ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई है.
जिसे लेकर लोगों में आक्रोश फैलता जा रहा है. शनिवार को सर्व समाज की ओर से बनाई गई कमेटी के सदस्य बीकानेर के डूंगरगढ़ से माकपा के विधायक गिरधारी महिया, देहात भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सहीराम दुसाद और जिला प्रमुख सुशीला सिंवर के साथ ही अन्य नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 16 सितंबर को बीकानेर जिले के सभी उपखंड मुख्यालयों में धरना दिया जाएगा.
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इसके बावजूद भी सरकार ने हमारी बात पर गौर नहीं किया तो 23 तारीख से बीकानेर जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन महापड़ाव शुरू किया जाएगा. साथ ही विधायक गिरधारी महिया ने कहा कि प्रदेश में पिछले 8 महीनों में कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई है. अलवर के बहरोड़ और सीकर में बैंक लूट की घटना के साथ गैंग रेप की घटनाएं बढ़ गई है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष के साथ भी राजनीतिक रंजिश रखते हुए उनकी हत्या करने की साजिश का मामला सामने आया है. समय रहते हरियाणा पुलिस ने उसका खुलासा कर दिया वरना बड़ी घटना हो सकती थी.
इस बीच कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वे रामेश्वर डूडी की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और इसलिए यहां आए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री इस पूरे मामले में संवेदनशील है. हालांकि, इस दौरान महिया ने कहा कि यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है बल्कि इस तरह के मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सोच रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि डूडी प्रदेश में किसानों के बड़े नेता हैं और किसी भी राजनीतिक व्यक्ति के खिलाफ इस तरह से रची गई साजिश का खुलासा होना चाहिए.