बीकानेर. एक ओर सरकार शिक्षा में नवाचार करते हुए प्रदेश के शिक्षा के ढांचे में अमूलचूल परिवर्तन होने और गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने का दावा कर रही है. वहीं दूसरी ओर प्रदेश में शिक्षा विभाग में नामांकन बढ़ाने को लेकर जद्दोजहद देखने को मिल रही है. कोरोना के बाद जहां प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ा था, वहीं इसके बाद में वो बढ़ोतरी कायम नहीं रही. जिसके चलते अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभाग प्रयास करता हुआ नजर आ रहा है. इसलिए एडमिशन की अंतिम तिथि को तीसरी बार बढ़ाकर 25 अगस्त तक किया गया है.
दूसरी बात बताई सत्र में अंतिम अवधि : शिक्षा निदेशक कानाराम ने बुधवार को एक आदेश जारी कर प्रदेश के समस्त सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक में विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए 25 अगस्त तक तिथि बढ़ाने के आदेश दिए हैं. माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम की ओर से जारी पूर्व में 31 जुलाई तक प्रवेश तिथि घोषित की गई थी. जिसे बाद मे एक बार 16 अगस्त तक बढ़ा दी गई थी. अब तीसरी बार यानी 16 अगस्त को स्थिति में संशोधन करते हुए 25 अगस्त तक बढ़ाने के आदेश दिए हैं. दरसअल पूरे प्रदेश मे सरकारी स्कूलों में प्रवेश नामांकन कम होने के कारण विभाग ने आदेश जारी किए हैं.
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कक्षा 1 से 8 तक में सालभर प्रवेश : दरअसल शिक्षा का अधिकार कानून बनने के बाद कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए पूरे वर्ष पर्यंत प्रवेश की प्रक्रिया चालू रहती है. यही कारण है कि इन कक्षा में प्रवेश के लिए किसी भी विद्यार्थी को मना नहीं किया जा सकता है. जिसके चलते शिक्षा विभाग में आदेश जारी किए हुए हैं.
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नहीं पाया लक्ष्य : कोरोना के बाद एकाएक प्रदेश की सरकारी स्कूलों में नामांकन में खासी बढ़ोतरी देखी गई और जिसको लेकर सरकार ने भी खुद अपनी पीठ थपथपाई थी. लेकिन एक बार फिर पिछले सालों की तुलना में इस साल भी सरकारी स्कूलों में प्रवेश नामांकन अपेक्षित लक्ष्य नहीं प्राप्त कर पाया है. हालांकि लगातार सरकारी स्कूलों से बच्चों को जोड़ने को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से अभियान चलाए जाते हैं. साथ ही पढ़ाई छोड़ने वाले और स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को ड्रॉप आउट अभियान के तहत फिर से जोड़ा जाता है. उसके लिए मॉनिटरिंग करने की बात भी कही जाती है. इसके बाद भी विभाग के प्रवेश नामांकन के आंकड़ों से निदेशालय संतुष्ट नहीं है. ऐसे में कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं के फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू होने से पहले शिक्षा विभाग अंतिम 10 दिनों की एक और कवायद के रूप में प्रयास करता हुआ नजर आ रहा है.