भीलवाड़ा. मानसून की बरसात के बाद भीलवाड़ा में हरी सब्जियों के भाव बढ़ते जा रहे हैं. इसके चलते आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां गायब होती नजर आ रही हैं. साथ ही गृहणियों के रसोई का बजट भी बिगड़ गया है. वर्षा ऋतु में हरी सब्जियों की आवक काफी कम हो जाती है, जिसका प्रभाव सब्जी मंडियों पर पड़ रहा है.
टमाटर के भाव आसमान छू रहे : भीलवाड़ा की प्रसिद्ध सब्जी मंडी में टमाटर 100 रुपए, गोभी 100 रुपए, ग्वारफली 80 रुपए, लौकी 60 रुपए, हरा धनिया 200 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहा है. गृहणी रीता कोठारी ने कहा कि हरी सब्जियों के भाव लगातार बढ़ रहे है. साधन संपन्न होने पर भी बजट बिगड़ गया है. मध्यम श्रेणी के परिवार की हालत तो और भी खराब हो रही है. टमाटर भी लगातार महंगे होता जा रहा हैं. जिसे पहले सलाद के रूप में खाते थे, आज इसे सब्जियों में डालने के लिए भी सोचना पड़ता है.
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सब्जी की बिक्री कम हुई : सब्जी विक्रेता महेश ने कहा कि बारिश के कारण जिले और आसपास के क्षेत्र मे उत्पादन होने वाली सब्जियों की फसल खराब हो चुकी है. सारी सब्जियां बाहर से आ रही हैं. बेंगलुरु से टमाटर आयात किए जा रहे हैं. बारिश से तोरई, टिंडे की फसल बिल्कुल खराब हो गई है. ऐसे में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. खीरा-ककड़ी के भाव भी 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं. महंगाई बढ़ने से सब्जी की बिक्री भी कम हो गई है. 1 किलो सब्जी खरीदने वाला ग्राहक वर्तमान में ढाई सौ ग्राम सब्जी खरीद रहा है.