भीलवाड़ा. जिले में बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग ने मंथन किया. कलेक्ट्रेट में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान की जिला स्तरीय टास्क फोर्स और कंजर्वेशन बैठक हुई. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपाल लाल बिरडा ने बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
बिरडा ने कहा,कि बेटियों की सुरक्षा और बेटियों से जुड़ी सरकारी योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन जरूरी है और इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भ्रूण जांच पर रोक लगाना, बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा-स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था और बेटियों के लिए पूरे जिले में बेहतर वातावरण बनाना है.
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वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी ने बताया, कि जिले में हर साल जागरूकता के लिए एक पौधा बेटी के नाम'अभियान का आयोजन किया जाता है. सभी ग्राम पंचायतों में बेटियों के नाम अबतक करीब 1 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं. अभियान में बाल विवाह की रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी भी दी गई है. ताकि जिले में बाल विवाह पर रोक लगे. गांधी दर्शन और महिला सशक्तिकरण पर भी चर्चा हुई. बैठक में महिला अधिकारिता विभाग, मेडिकल विभाग, पुलिस विभाग और स्वयं सहायता समूह सहित NGO के प्रतिनिधि मौजूद रहे.