भीलवाड़ा: जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में शनिवार को दिव्यांग जनों को राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने स्कूटी वितरण किया. स्कूटी मिलने से दिव्यांगों का चेहरा खिल उठा, लेकिन पेट्रोल के बढ़ते हुए दाम को देखते हुए दिव्यांग छात्रों ने कहा कि अगर सरकार की तरफ से इलेक्ट्रिक स्कूटी मिलती तो बेहतर रहता और पेट्रोल भरवाने का उनका खर्च बच जाता.
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से कलेक्ट्रेट में आयोजित वितरण कार्यक्रम में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने 23 दिव्यांग छात्रों को स्कूटी और सुरक्षा के लिए हेलमेट का वितरण (Ramlal Jat distributed Scooty to Disabled in Bhilwara) किये. इस दौरान दिव्यांगजनों को माला पहनाकर मुंह मीठा कराया. मौके पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ( प्रशासन ) राजेश गोयल, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता सत्यपाल जांगिड़, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी गौरव सारस्वत, हीरो मोटर्स से डीएसएम मोनिका एवं समाजसेवी की मौजूद रहे.
इस दौरान राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) की बजट घोषणा 2020-21 की अनुपालना के तहत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा 23 स्कूटी का वितरण दिव्यांगजनों को किया गया. 80 हजार रुपये की ये स्कूटियां पढ़ने वाले और रोजगार करने वाले दिव्यांग जनों को दी गई. इससे दिव्यांगजनों को स्कूल और कार्यस्थल पर आने जाने में हो रही दिक्कत स्कूटी मिलने के बाद समाप्त हो गई. राज्य की संवेदनशील सरकार सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.
ये भी पढ़ें- वायरल ऑडियो और बयानबाजी मामले में गहलोत और जोशी सहित अन्य को नोटिस
वहीं स्कूटी प्राप्त करने वाले छात्र दीपक ने कहा कि वह जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र का रहने वाले हैं. उन्हें महाविद्यालय आने और जाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था. उन्हें छोड़ने के लिए उनके बड़े भाई को जाना पड़ता था. इस स्कूटी के मिलने से उनकी समस्या हल हो गई और आज मुझे बहुत खुशी है. उन्होंने कहा कि उन्हें निशुल्क स्कूटी प्राप्त हुई है. मगर बढ़ते पेट्रोल के दाम और बेरोजगारी को देखते हुए अगर इलेक्ट्रिक स्कूटी मिलती तो ज्यादा बेहतर रहता. इससे उनके पेट्रोल भरवाने के अतिरिक्त खर्चे कि बचत होती.