भीलवाड़ा. बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया. भीलवाड़ा नगर परिषद की ओर से बनाया गया लाखों रुपये का रावण दो मिनट में जलकर राख हो गया. रावण दहन के पूर्व लंका द्वार, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले भी जलाये गये.
इससे पूर्व रामलीला टीम की ओर से युद्ध का दृश्य मैदान में दिखाया गया. उसके बाद राम ने तीर चलाकर रावण के पुतले का दहन किया. इस दौरान भव्य आतिशबाजी की गई. वहीं, दशहरे का पर्व रावण दहन भीलवाड़ा शहर के मुख्य स्थानों पर मनाया गया.
रावण दहन से पूर्व आजाद चौक स्थित रामलीला मैदान से रामलीला कलाकारों की भव्य शोभा यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए दहन स्थल तेजाजी के चौक पहुंची. यहां कलाकारों ने रावण दहन से पूर्व युद्ध का दृश्य प्रस्तुत किया. इस मौके पर नगर परिषद सभापति ललिता समदानी के अलावा कोई अन्य अधिकारी या नेता नजर नहीं आये.
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बता दें कि रावण दहन को देखने के लिए अच्छी खासी भीड़ जमा थी. वहीं, इस बार नगर परिषद ने भव्य आतिशबाजी के लिए पाली जिले से आतिशबाजी मंगवाई थी. रावण दहन के बाद चारभुजा मंदिर से चांदी के बेवाण में सीता, राम, लक्ष्मण बैठकर दहन स्थल का भ्रमण करते हुए शोभायात्रा निकली गयी. इसी के साथ ही भीलवाड़ा शहर में रावण का दहन तेजाजी चौक, सांगानेरी गेट, बापू नगर, उपनगर पुर में भी किया.