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लोगों में व्यावहारिक परिवर्तन होगा, तभी कोरोना पर लग पाएगी रोक : डॉ. शलभ शर्मा - Rajasthan corona case

राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. शलभ शर्मा ने भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमण को लेकर कहा कि कोरोना का रोकथाम करना उनकी पहली प्राथमिकता है. साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कोरोना गाइडलाइन की पालना करें.

डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज, Bhilwara news
विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से बातचीत
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Published : Sep 3, 2020, 11:56 AM IST

भीलवाड़ा. डूंगरपुर से स्थानांतरित होकर आए डॉ. शलभ शर्मा ने भीलवाड़ा की राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का पदभार ग्रहण किया है. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन पर काबू पाने के लिए जब तक लोगों में व्यावहारिक परिवर्तन नहीं होगा, तब तक इसकी चेन पर ब्रेक नहीं लग पाएगा. उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना की रोकथाम करना उनकी प्राथमिकता रहेगी.

विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से बातचीत

डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज से स्थानांतरित होकर आए भीलवाड़ा की राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. शलभ शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा वर्तमान में भीलवाड़ा जिले में कोरोना सक्रमितो की संख्या बढ़ती जा रही है. इस रोग का संक्रमण किस तरह फैलता है, यह सबको मालूम है. उसके बाद भी लोग जब तक बचाव के प्रयास नहीं करेंगे, दूरी बनाकर नहीं रखेंगे और मास्क का प्रयोग नहीं करेंगे तो उसके लिए कौन उत्तरायी होगा. आप हम लॉकडाउन कब तक रख सकते हैं. लॉकडाउन खोलना तो अनिवार्य हो गया. इसका प्रभाव हर क्षेत्र में पड़ रहा है. इसलिए लॉकडाउन खोल कर लोगों को हर तरह सचेत किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें. स्पेशलः 500 बीघा बंजर जमीन पर बनाया चारागाह, रोल मॉडल से क्षेत्र में बढ़ा जलस्तर

डॉ. शर्मा ने कहा कि सरकार और एनजीओ प्रयास कर रही है. फिर भी लोग नहीं मान रहे हैं. बिना मास्क के घूम रहे हैं. ग्रुप में आकर बैठे हैं, बातचीत कर रहे हैं. जब तक लोगों में व्यावहारिक परिवर्तन नहीं होगा, तब तक बचाव करना ही एकमात्र तरीका है. अभी तक कोरोना बचाव की कोई दवाई नहीं आई है. वहीं भीलवाड़ा में पदभार ग्रहण करने के बाद प्राथमिकता के सवाल पर डॉ. शलभ शर्मा ने कहा कि भीलवाड़ा में कोरोना की रोकथाम, कोरोना मरीजों की समय पर जानकारी मिल सके और समय पर उनको उपचार मिल सके. जिससे वह जल्द स्वस्थ हो यही मेरी प्राथमिकता है. फिलहाल, सभी कॉलेज बंद हैं तो इसी पर मेरा ध्यान है.

यह भी पढ़ें. किसानों की मांगों पर सरकार को श्वेतपत्र जारी करना चाहिए : पूनिया

साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की जांच यहां प्रतिदिन हो रही है. यहां जांच लैब में 4 आई.सी.पीसीआर मशीन लगी हुई है. हमारे यहां जांच की क्षमता प्रतिदिन 1200 है लेकिन एवरेज 700 से 800 सैंपल प्रतिदिन आते हैं, जो भीलवाड़ा, अजमेर और अलग-अलग जिलों से आ रहे हैं. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि जांच उपकरण की कोई कमी नहीं है. कंज्यूमर आईसीएमआर जोधपुर से आ रहा है और जल्द ही भीलवाड़ा में आने के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी कर दी जाएगी. जिससे यहां किसी प्रकार के कमी नहीं हो. साथ ही उन्होंने लोगों से कोरोना गाइडलाइन की पालना करने की अपील की.

भीलवाड़ा. डूंगरपुर से स्थानांतरित होकर आए डॉ. शलभ शर्मा ने भीलवाड़ा की राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का पदभार ग्रहण किया है. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन पर काबू पाने के लिए जब तक लोगों में व्यावहारिक परिवर्तन नहीं होगा, तब तक इसकी चेन पर ब्रेक नहीं लग पाएगा. उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना की रोकथाम करना उनकी प्राथमिकता रहेगी.

विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से बातचीत

डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज से स्थानांतरित होकर आए भीलवाड़ा की राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. शलभ शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा वर्तमान में भीलवाड़ा जिले में कोरोना सक्रमितो की संख्या बढ़ती जा रही है. इस रोग का संक्रमण किस तरह फैलता है, यह सबको मालूम है. उसके बाद भी लोग जब तक बचाव के प्रयास नहीं करेंगे, दूरी बनाकर नहीं रखेंगे और मास्क का प्रयोग नहीं करेंगे तो उसके लिए कौन उत्तरायी होगा. आप हम लॉकडाउन कब तक रख सकते हैं. लॉकडाउन खोलना तो अनिवार्य हो गया. इसका प्रभाव हर क्षेत्र में पड़ रहा है. इसलिए लॉकडाउन खोल कर लोगों को हर तरह सचेत किया जा रहा है.

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डॉ. शर्मा ने कहा कि सरकार और एनजीओ प्रयास कर रही है. फिर भी लोग नहीं मान रहे हैं. बिना मास्क के घूम रहे हैं. ग्रुप में आकर बैठे हैं, बातचीत कर रहे हैं. जब तक लोगों में व्यावहारिक परिवर्तन नहीं होगा, तब तक बचाव करना ही एकमात्र तरीका है. अभी तक कोरोना बचाव की कोई दवाई नहीं आई है. वहीं भीलवाड़ा में पदभार ग्रहण करने के बाद प्राथमिकता के सवाल पर डॉ. शलभ शर्मा ने कहा कि भीलवाड़ा में कोरोना की रोकथाम, कोरोना मरीजों की समय पर जानकारी मिल सके और समय पर उनको उपचार मिल सके. जिससे वह जल्द स्वस्थ हो यही मेरी प्राथमिकता है. फिलहाल, सभी कॉलेज बंद हैं तो इसी पर मेरा ध्यान है.

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साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की जांच यहां प्रतिदिन हो रही है. यहां जांच लैब में 4 आई.सी.पीसीआर मशीन लगी हुई है. हमारे यहां जांच की क्षमता प्रतिदिन 1200 है लेकिन एवरेज 700 से 800 सैंपल प्रतिदिन आते हैं, जो भीलवाड़ा, अजमेर और अलग-अलग जिलों से आ रहे हैं. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि जांच उपकरण की कोई कमी नहीं है. कंज्यूमर आईसीएमआर जोधपुर से आ रहा है और जल्द ही भीलवाड़ा में आने के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी कर दी जाएगी. जिससे यहां किसी प्रकार के कमी नहीं हो. साथ ही उन्होंने लोगों से कोरोना गाइडलाइन की पालना करने की अपील की.

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