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नवजात को कैसी सजा ; जन्म के कुछ समय बाद ही खुले आसमान के नीचे खेत में मिली लाडो - bhilwara news

भीलवाड़ा के पंडेर थाना इलाके में रविवार को मानवता के शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है. जहां एक मां एक दिन की बालिका को खुले आसमान में खेतों के नीचे छोड़कर चली गई.

Newborn girl found in farm, भीलवाड़ा में मिली नवजात, How to punish newborn
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Published : Aug 4, 2019, 7:46 PM IST

भीलवाड़ा. जिले के पंडेर थाना अंतर्गत रविवार को मानवता के शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. जहां एक मां एक दिन की बालिका को खुले आसमान के नीचे खेतों के नीचे छोड़कर चली गई. ग्रामीणों ने घायल बालिका को जहाजपुर चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती करवाया. जहां उसका उपचार जारी है.

भीलवाड़ा में खेत में मिली नवजात बालिका

भीलवाड़ा जिले के पंडेर थाना अंतर्गत इंदुकिया गांव में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है. जहां एक अज्ञात माता ने अपने कलेजे के टुकड़े को जन्म के बाद खेत में छोड़ दिया. इंदुकिया गांव में पास के ही खेतों में काम करने वाली महिला को जब नवजात बालिका के रोने की आवाज सुनाई दी तो उसने ग्रामीणों को सूचना दी.

सूचना पर ग्रामीण पहुंचे और उस बालिका को एंबुलेंस के जरिए जहाजपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया. जहां उसका उपचार जारी है. घटना की सूचना मिलते ही पंडेर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे. मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

पढ़ें: चूरू में स्पेशल बेबी; नवजात का हार्ट शरीर से बाहर...इंफेक्शन के चलते हाई सेंटर किया रैफर

भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल के बाहर पालना गृह लगा हुआ है. जिसमें कोई भी अपने बालक-बालक को जन्म के बाद यहां छोड़ सकता है. ऐसी स्थिति में नवजात को समय पर इलाज मिलने के कारण वह स्वस्थ रह सकता है. वहीं शिशु को पालने में छोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता है. बता दें कि इस मामले में माता द्वारा नवजात को यूं ही सड़क पर छोड़ दिया गया. जिसके बाद मामला दर्ज किया गया है.

भीलवाड़ा. जिले के पंडेर थाना अंतर्गत रविवार को मानवता के शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. जहां एक मां एक दिन की बालिका को खुले आसमान के नीचे खेतों के नीचे छोड़कर चली गई. ग्रामीणों ने घायल बालिका को जहाजपुर चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती करवाया. जहां उसका उपचार जारी है.

भीलवाड़ा में खेत में मिली नवजात बालिका

भीलवाड़ा जिले के पंडेर थाना अंतर्गत इंदुकिया गांव में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है. जहां एक अज्ञात माता ने अपने कलेजे के टुकड़े को जन्म के बाद खेत में छोड़ दिया. इंदुकिया गांव में पास के ही खेतों में काम करने वाली महिला को जब नवजात बालिका के रोने की आवाज सुनाई दी तो उसने ग्रामीणों को सूचना दी.

सूचना पर ग्रामीण पहुंचे और उस बालिका को एंबुलेंस के जरिए जहाजपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया. जहां उसका उपचार जारी है. घटना की सूचना मिलते ही पंडेर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे. मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

पढ़ें: चूरू में स्पेशल बेबी; नवजात का हार्ट शरीर से बाहर...इंफेक्शन के चलते हाई सेंटर किया रैफर

भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल के बाहर पालना गृह लगा हुआ है. जिसमें कोई भी अपने बालक-बालक को जन्म के बाद यहां छोड़ सकता है. ऐसी स्थिति में नवजात को समय पर इलाज मिलने के कारण वह स्वस्थ रह सकता है. वहीं शिशु को पालने में छोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता है. बता दें कि इस मामले में माता द्वारा नवजात को यूं ही सड़क पर छोड़ दिया गया. जिसके बाद मामला दर्ज किया गया है.

Intro:भीलवाडा- भीलवाड़ा जिले के पंडेर थाना अंतर्गत आज मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है । जहां अज्ञात कुमाता ने 1 दिन की बालिका को खुले आसमान में खेतों के नीचे छोड़कर चले गई। ग्रामीणों ने घायल बालिका को जहाजपुर चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती करवाया जहां उनका उपचार जारी है।Body:भीलवाड़ा जिले के पंडेर थाना अंतर्गत इंदुकिया गांव मे आज मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई । जहा एक अज्ञात कुमाता ने अपने कलेजे के टुकड़े को खेतों मार्ग जन्म के बाद के छोड़ कर चली गई। इंदुकिया गांव में पास के ही खेतों में काम करने वाली महिला को जब नवजात बालिका के रोने की आवाज सुनाई थी तो ग्रामीणों को सूचना दी। इस पर ग्रामीण व महिलाएं खेत पर पहुंची और उन बालिकाओं को एंबुलेंस के जरिए जहाजपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया। जहां उनका उपचार जारी है। घटना की सूचना मिलते ही पंडेर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे अज्ञात कुमाता के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल के बाहर पालना गृह लगा हुआ है । इसमें प्रति महा एक बालिका को अज्ञात कुमाता जन्म के बाद यहां छोड़ कर जाती है। लेकिन यहां समय पर इलाज होने के कारण बालिका स्वस्थ रहती है और पालने पर छोड़ने में किसी को खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता है। लेकिन इस बार अज्ञात कुमाता ने अपने पाप छिपाने के लिए मानसून की बरसात के समय के समय खुले आसमान मे खेतो मे छोड़ कर चली गई।

बाईट- ग्रामीण

नोट- यह खबर जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर दुर होने के कारण भेजी गई है।Conclusion:
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