भीलवाड़ा. भीलवाड़ा के रेलवे स्टेशन चौराहे पर शनिवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अंबानी और अडानी के विरोध में नारे लगाए. इस दौरान उन्होंने मांग की कि कृषि कानून को वापस लेकर स्वामीनाथन आयोग कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया जाए.
प्रदर्शन के बाद उन्होंने जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन के बाद उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो आने वाले समय में भीलवाड़ा के किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि देश भर में चल रहे कृषि कानून का हम विरोध करते हैं. अगर हमारी मांगें नहीं मानी जाती है तो आने वाले समय में किसानों के साथ हम भी आंदोलन के लिए उतरेंगे.
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वहीं दूसरी ओर सीपीआई (एम) के प्रवक्ता मोहम्मद हुसैन कुरैशी ने कहा कि आज हमारे कार्यकर्ताओं द्वारा किसान संगठनों के आह्वान पर भीलवाड़ा शहर के रेलवे स्टेशन चौराहे स्थित अंबेडकर मूर्ति के नीचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अंबानी और अडानी के खिलाफ विरोध जताया है. आरोप लगाया कि पीएम अंबानी के कहने पर सारा कार्य कर रहे हैं. जिसका हम विरोध करते हैं. वहीं यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले समय में समस्त संगठनों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा.
रतनगढ (चूरु): प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री व उद्योगपति का किया विरोध
राजस्थान किसान सभा तहसील कमेटी ने शनिवार को कृषि बिल को वापस लेने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री कृषि, मंत्री व उद्योगपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कृषि कानून को किसान विरोधी बताए हुए उन्होंने 6 सूत्रीय मांग को लेकर उपखंड अधिकारी के मार्फ़त प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
चौमूं: रामपुरा डाबड़ी में कृषि कानून के विरोध में किसानों ने किया प्रदर्शन
चौमूं. कृषि कानून को लेकर दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में चौमूं इलाके के रामपुरा डाबड़ी में भी किसानों ने नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने रामपुरा उप तहसील कार्यालय के बाहर कृषि कानूनों के विरोध में धरना दिया. हालांकि पुलिस की समझाइश के बाद किसान मान गए और मौके पर मौजूद एसीपी राजेंद्र सिंह निर्वाण को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.