भीलवाड़ा. जिला परिषद के चुनाव के बाद गुरुवार को पहली बार कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रमुख प्रमुख बरजी बाई भील की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई. लेकिन, बैठक तय समय 11 बजे शुरू नहीं हो पाया. इसके बाद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ राजनेता कैलाश मेघवाल ने कलेक्टर पर नाराजगी जताई. मेघवाल ने कहा कि बैठक तय समय पर शुरू होनी चाहिए. टाइम की वैल्यू होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिला परिषद के रूप में हमें जिला परिषद चलानी है, चाहे कितना ही बड़ा अफसर क्यों न हो.
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बता दें, भीलवाड़ा जिले में जिला परिषद के चुनाव के बाद गुरुवार को पहली बोर्ड बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई. बैठक 11 बजे शुरू होनी थी, लेकिन तय समय पर शुरू नहीं होने के कारण पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और शाहपुरा से भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने भीलवाड़ा जिला कलेक्टर पर नाराजगी जताई. कैलाश मेघवाल ठीक 11 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में पहुंच गए और जिला प्रमुख बरजी बाई भील भी 10:45 पर पहुंच गई थी. लेकिन जिला कलेक्टर 11:30 बजे तक नहीं पहुंचे, जिसके कारण बैठक शुरू नहीं हो पाई.
भीलवाड़ा जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते 11:30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में पहुंचे तो विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने नाराजगी जताई. मेघवाल ने कलेक्टर से पूछा कि मीटिंग चालू करने का समय क्या है. इस पर कलेक्टर ने जवाब दिया कि 11 बजे और कहा कि बोर्ड के सदस्य नहीं आए थे, इसलिए मीटिंग चालू नहीं हो सकी. जहां मेघवाल ने कलेक्टर को जवाब देते हुए कहा कि हमारा कोरम पूरा था, 11 बजे का मतलब 11 बजे.
मेघवाल ने कहा कि विधानसभा ठीक 11:00 बजे शुरू होती है, लोकसभा भी ठीक 11:00 बजे चालू होती है उसी प्रकार जिला परिषद की बैठक भी 11:00 बजे चालू होनी चाहिए. टाइम की वैल्यू होनी चाहिए. हमको जिला परिषद के रूप में जिला परिषद चलानी है चाहे कोई कितना ही बड़ा अफसर क्यों न हो. इसके बाद जिला कलेक्टर ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामचंद्र बैरवा को भविष्य में तय समय पर बैठक शुरू करने के निर्देश दिए. सदन में गुरुवार को कई प्रस्ताव को पारित किया गया.