भीलवाड़ा. देश में राजनीति के चाणक्य और गृह मंत्री अमित शाह भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को चुनावी संबोधन में कहते हैं कि अगर बूथ जीत लिया तो पार्टी की विजय सुनिश्चित है. अमित शाह हर बूथ मैनेजमेंट का आंकड़ा रखते हैं, लेकिन अमित शाह जैसे ही राजस्थान में साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़े मतों से विजय हासिल करने वाले भाजपा सांसद सुभाष बहेड़िया भी शाह जैसे ही पार्टी को मजबूत करने के लिए अपने पास आंकड़ा रखते हैं.
ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा से भाजपा सांसद सुभाष बहेड़िया के निवास पर पहुंची, जहां सुभाष बहेड़िया ने जब से राजनीति में आए, तब से अब तक भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के प्रत्येक बूथ के आंकड़े संग्रहित कर रखे हैं. बहेड़िया ने पहले रजिस्टर, फिर कंप्यूटर और अब लैपटॉप और मोबाइल में यह आंकड़े संग्रहित हैं. यानी सुभाष बहेड़िया भले ही उम्र में ज्यादा हैं लेकिन समय के साथ उन्होंने भी परिवर्तन कर रखा है.
कार्यकर्ताओं से सतत संपर्क के लिए बनाई डायरेक्टरी
भाजपा सांसद ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि जमीनी धरातल पर भाजपा को मजबूत करने के साथ ही हर कार्यकर्ताओं से सतत संपर्क के लिए यह डायरेक्टरी बनाई है. जिससे अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं. साथ ही मेरे जैसे देश के तमाम राजनेताओं को पार्टी के कार्यकर्ताओं से सतत संपर्क बनाए रखना चाहिए. जिससे पार्टी मजबूत हो सके. सुभाष बहेड़िया ने ईटीवी भारत के सवाल कब से आंकड़े का संग्रह करने के सवाल पर कहा कि मैं राजनीति में 1996 से आया, तब से आंकड़ा संग्रहित रखता हूं. तब से आज तक के सारे विधानसभा और लोकसभा चुनाव का संग्रहण मेरे पास है क्योंकि मैं चार्टर्ड अकाउंटेंट था. इसलिए लेखा-जोखा रखना ही मेरी आदत है.
5 विधानसभा और 5 लोकसभा चुनाव के आंकड़े संग्रहित
सांसद ने कहा कि मैंने भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के प्रत्येक बूथ, कार्यकर्ता के आंकड़े संग्रहित कर रखे हैं. मैंने भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में कितने मतदान केंद्र है, कितने बूथ हैं, वहां हमारी पार्टी की क्या स्थिति है, इस विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी को कितने मत मिले ,विपक्ष वाले को कितने मत मिले, निर्दलीय प्रत्याशी को कितने वोट मिले यह सग्रहण है. मेरे पास 5 विधानसभा और 5 लोकसभा चुनाव के आंकड़े संग्रहित हैं.
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डायरेक्टरी बनाने के मुख्य उद्देश्य पर भाजपा सांसद ने कहा कि जहां पार्टी कमजोर है, उसे कैसे सुधारा जा सकता है, यही देखने के लिए यह आंकड़े तैयार किए हैं. जिस बूथ पर पार्टी कमजोर हैं, वहां कौन कार्यकर्ता है और उस कार्यकर्ता को क्या दिक्कत आ रही है. पार्टी का आने वाले चुनाव में कैसे जनाधार बढ़ाया जा सके. साथ ही फिर उस कार्यकर्ता से संवाद कर हमेशा चर्चा की जाती है. जिससे पार्टी मजबूत होती है.
भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के 8500 कार्यकर्ताओं का डाटा सेव
उन्होंने कहा कि वर्तमान में डिजिटल युग है. मैं पहले रजिस्टर में मैंटेन रखता था. फिर कंप्यूटर में, उसके बाद अब मैं मोबाइल में भी डॉक्यूमेंट्री बना रखी है. जिसमें भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के 8500 कार्यकर्ताओं के नंबर, फोटो, नाम, गांव का नाम, मतदान केंद्र मेरे मोबाइल में सेव है. जिससे जब भी कार्यकर्ता का फोन आता है, तो मुझे सब उस कार्यकर्ता का बायोडाटा पता चल जाता है. मैं लोकसभा क्षेत्र के प्रत्येक कार्यकर्ता से सतत संपर्क बनाए रखता हूं. इस डिजिटल युग में भी वर्ष प्रतिपदा और दीपावली पर शुभकामनाएं का पोस्टकार्ड लिखता हूं.
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इससे संगठन पर क्या प्रभाव पड़ा. जिस पर भाजपा सांसद ने उदाहरण देते हुए बताया कि यह डायरेक्टरी रखने से हमेशा पार्टी मजबूत हुई. साल 2014 में चुनाव में पगारा गांव के पायरा बूथ पर दो मत मिले थे लेकिन उस क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से सतत संपर्क के कारण साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मेरे को उसी बूथ पर इस बार 60 मत मिले. वहीं आकोदा पंचायत के भेरूपुरा गांव में साल 2014 में मुझे एक बूथ पर 17 मत मिले थे. फिर वहां के कार्यकर्ताओं से सतत संपर्क के कारण साल 2019 में उसी बूथ से 226 मत मिले. यानी इसी डायरेक्टरी के कारण कार्यकर्ताओं से संपर्क और मैंने वहां सुधार करने की कोशिश की कि आखिर कम मत क्यों मिले. सुधार करने पर ही इस बार ज्यादा मत मिले. आंकड़ों के संग्रहण से ही यह सब संभव हो पाया.
आंकड़ों के संगठन से सबसे बड़ी जीत हासिल की
सांसद ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह हमेशा भाजपा को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने भी इसकी शुरुआत जब से राजनीति में आया सबसे कर दी है. आंकड़ों के संगठन से मुझे साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 2 लाख 46 हजार मतों से विजय श्री प्राप्त की थी. वहीं इस बार हुए लोकसभा चुनाव में राजस्थान में सबसे बड़ी जीत से विजय हासिल की है. मैं 6 लाख 12 हजार मतों से विजय मिली है.
दूसरे सांसदों से अपील
वहीं देश के दूसरे सांसदों से अपील करते हुए बहेड़िया ने कहा कि राजनीति में उनके क्षेत्र में प्रत्येक कार्यकर्ता से सतत संपर्क बनाए रखना चाहिए, जो बूथ स्तर के कार्यकर्ता है. उससे अगर सतत संपर्क बनाए रखा जाता है तो जमीनी धरातल पर पार्टी मजबूत होती है और चुनाव में परिणाम रोचक देखने को मिलते हैं.