भीलवाड़ा. सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी जिले से अवैध बजरी दोहन की लगातार शिकायत मिल रही थी. जहां भीलवाड़ा से होकर गुजरने वाली बनास, कोठारी, मेनाली, खारी और मानसी नदी से अवैध बजरी दोहन की शिकायत मिली थी, जिसका जायजा लेने सर्वोच्च न्यायालय की ओर से गठित तीन सदस्य ही केंद्रीय एंपावर्ड कमेटी नई दिल्ली की टीम भीलवाड़ा पहुंची.
इस दौरान टीम ने जिले की बनास और कोठारी नदी क्षेत्र का दौरा किया. टीम ने नदी क्षेत्र में बारीकी से निरीक्षण करते हुए वहां के हालात का जायजा लिया और क्षेत्रवासियों से अवैध बजरी दोहन को लेकर पूछताछ की. टीम के अध्यक्ष टीवी जयाकृष्णनन, सचिव अमरनाथ सेठी और सदस्य महेंद्र व्यास सुबह 11 बजे बनास और कोठारी नदी क्षेत्र के सियाणा, धूल खेड़ा और बागोर क्षेत्र का दौरा किया.
जहां टीम के अध्यक्ष ने नदी क्षेत्र में दौरा करते हुए स्थानीय लोगों से जानकारी ली और जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते से भी भीलवाड़ा जिले की नदियों के बारे में जानकारी लेते हुए अवैध बजरी परिवहन पर रोकथाम लगाने के निर्देश दिए. साथ ही भीलवाड़ा खनिज विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी काबरा, खनिज अभियंता आसिफ मोहम्मद अंसारी से जिले में अब तक अवैध बजरी खनन पर कार्रवाई की जानकारी ली.
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जिले में अवैध बजरी दोहन को लेकर लोगों में भी काफी आक्रोश है. लोगों ने शासन और प्रशासन को काफी बार शिकायत की थी. हाल ही में भीलवाड़ा जिले के प्रभारी और प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा जब भीलवाड़ा दौरे पर पहुंचे, उस दौरान शर्मा ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. इसमें भी अवैध बजरी दोहन को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. इस पर जिला कलेक्टर ने एक विशेष अभियान का आगाज किया. जो 15 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक क्षेत्र में अवैध बजरी दोहन पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई कर रहा है.