भीलवाड़ा. सहाड़ा विधानसभा में हो रहे उपचुनाव में आज गुरुवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रचार के अंतिम दिन चुनाव मैदान में ताकत झोंक दी है. जहां भाजपा प्रत्याशी डॉ. रतन लाल जाट के समर्थन में गंगापुर क्षेत्र में नुक्कड़ जनसभा को संबोधित करेंगे. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पूनिया ने प्रदेश सरकार पर वैक्सीन चोरी को लेकर तंज कसा. वहीं, राज्यपाल से मिलने के दौरान डोटासरा के पकौड़े खाने के बयान को लेकर पूनिया ने डोटासरा पर पलटवार करते हुए कहा कि यह गैर जिम्मेदाराना बयान है. सत्ताधारी पार्टी छबड़ा में लोगों की सुरक्षा करती तो हमारे को सुरक्षा की गुहार को लेकर राज्यपाल से नहीं मिलना पड़ता.
सतीश पूनिया ने कहा कि सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में भाजपा पूरी तरह से तैयार है. कार्यकर्ता ने जमीनी स्तर पर मतदान को लेकर तैयारी कर ली है. नेताओं के प्रवास हो चुके हैं, उम्मीदवार ने भी अपील की है, मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं. प्रदेश के सवा दो साल में कांग्रेस का कुशासन है, उसके खिलाफ सहाड़ा की जनता मतदान करेगी. पार्टी के कार्यकर्ता भी मतदान के दिन अतिरिक्त परिश्रम करेंगे. उनके अतिरिक्त परिश्रम से यह सहाड़ा विधानसभा जीत में बदलेगी, यह मेरा पूरा भरोसा है.
वहीं, बुधवार को भाजपा का डेलिगेशन राज्यपाल से मिलने गया. उस पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने पकौड़ा खाने का बयान दिया, उस बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने डोटासरा पर पलटवार करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि इस तरह की बात जिम्मेदार व्यक्ति करता है, जो किसी राष्ट्रीय दल का प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री है, वो शर्मनाक है. डोटासरा के घर कभी शिक्षक डेलिगेशन लेकर गए तो उनको लगता है कि उनका घर 'नाथी का बाड़ा' नहीं है. जबकि लोकतंत्र में दरवाजे सबके लिए खुले होते हैं. जो लोग मिलने आते हैं उनकी बात सुनना चाहिए. उनकी जिम्मेदारी भी है.
जनता सब देख रही है...
राजनीतिक दल अपनी परेशानी को लेकर जो बारां जिले के छबड़ा में हुई थी, राज्यपाल से मिलने गए हैं. जिस पर वह कहते हैं कि पकौड़े खाने गए हैं, यह शर्मनाक बात है. एक तरफ तो उनकी सरकार सुरक्षा नहीं कर पाई, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए हम राज्यपाल से गुहार लगाने गए तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना बयान दिया. यह भविष्य में छबड़ा की जनता तय करेगी. वहीं, हाल ही में सहाड़ा, सुजानगढ़ और राजसमंद की जनता भी इस बयान को देख रही है.
अब वैक्सीन की चोरी होने लगी...
वहीं, प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की चोरी के मामले के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि पहले तो वैक्सीन की ड्राई को ठीक नहीं कर पाए. यहां तक कि धरातल पर सही तरीके से अंजाम नहीं दिया ना लोगों में जागरूकता फैलाई. संख्यात्मक रूप से देखें तो डेढ़ लाख वैक्सीन गायब थी. अब साफ तौर पर वैक्सीन की चोरी होना गंभीर मसला है. राजस्थान में इतने दिन मंदिर, अस्पताल व घरों में चोरी होती देखी गई, लेकिन वर्तमान में वैक्सीन चोरी होने का मामला आया है, वह देश में पहला है.