भीलवाड़ा. योग गुरु बाबा रामदेव के सानिध्य में शनिवार से तीन दिवसीय विशाल ध्यान और योग शिविर का आगाज हुआ. जहां बाबा रामदेव द्वारा शुक्रवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने का बयान दिया. उसके बाद राजपूत करणी सेना ने बाबा रामदेव का खुलकर विरोध किया. इसके बाद बाबा रामदेव बैकफुट पर आ गए हैं. रामदेव ने कहा कि वह राजपूत समाज के शौर्य और वीरता की कद्र करते हैं. उन्होंने राजपूत समाज का कोई अपमान नहीं किया है.
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राजपूत करणी सेना की तीखी प्रतिक्रियाः स्वामी रामदेव ने भीलवाड़ा में मीडिया से बात करते हुए कुश्ती संघ के अध्यक्ष भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह को यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार कर सीखचों के पीछे डालने की बात कही थी. स्वामी रामदेव के इस बयान पर श्री राजपूत करणी सेना के पदाधिकारियों ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी रामदेव से इस बयान पर माफी मांगने की बात कह डाली. श्री राजपूत करणी सेना की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य विश्व बंधु सिंह राठौड़ ने कहा कि योगाचार्य स्वामी रामदेव के भीलवाड़ा आने पर मैं उनका स्वागत करता हूं लेकिन स्वामी रामदेव का जो स्टेटमेंट था वह हमारे दिल को ठेस पहुंचा गया है. स्वामी रामदेव तो न्यायाधीश बन कर आए हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि उनसे भी पहले कई बाबा हुए हैं. राम रहीम और आसाराम की दुकान आप से बड़ी थी आज उनकी क्या हालत है. आप कैसे कह सकते हो बृजभूषण सिंह को उठाकर जेल में डाल दो वह अपनी बात कहने के लिए संघर्ष कर रहा है.
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बाबा रामदेव को जुबान नियंत्रण की दी सलाहः विश्व बंधु सिंह राठौड़ ने आगे कहा कि बाबा रामदेव अपने दिन भूल गए हैं. जब रामलीला मैदान से स्त्री वेश धारण कर भागे थे. स्वामी रामदेव का गुस्सा सांसद बृजभूषण सिंह से केवल पहलवानों से पतंजलि देशी घी के विज्ञापन को लेकर है. आप थोड़ा योगा अपनी जुबान पर रखो नहीं तो तकलीफ में आ जाओगे. मैं फिर आप से अर्ज कर रहा हूं. इस बयान का खंडन नहीं किया तो आप भीलवाड़ा के अंदर अपना कार्यक्रम करके दिखा देना यह राजपूत समाज है करणी सेना है मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है आप दिल जोड़ने निकले हो दिल मत तोड़ो.
योग गुरु के बदले सुरः राजपूत करणी सेना का स्वामी रामदेव के खिलाफ बयान आने के बाद श्री राजपूत करणी सेना की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य विश्व बंधु सिंह राठौड़ के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पांसल और प्रदेश महासचिव सुरेंद्र सिंह मोटरास ने आरसी व्यास कॉलोनी स्थित स्वामी रामदेव के अस्थाई निवास पर मुलाकात की और इस मुलाकात के बाद स्वामी रामदेव का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वह राजपूत समाज के शौर्य और बहादुरी की बात कह रहे हैं. वीडियो में स्वामी रामदेव ने कहा कि भाई विश्व हिंदू सिंह राठौर ने मुझे बताया कि कुछ लोग मेरे बयान को लेकर बोल रहे हैं कि स्वामी जी ने राजपूत समाज का विरोध किया है. यह बात सरासर गलत है.
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शौर्य और वीरता का प्रतीक है क्षत्रिय धर्मः साधु होने के बाद भी कोई जाति नहीं रहती है, वैसे मैं भी क्षत्रिय कुल में जन्मा हूं. मैं क्षत्रिय धर्म शौर्य और वीरता को समझता हूं, जो अन्याय के खिलाफ लड़ता है. महाराणा प्रताप के शौर्य की बलिदान की जो बहुत बड़ी विरासत हमें राजपूत समाज से मिली है. उसका अनादर करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है. स्वामी रामदेव ने किसी भी प्रकार से राजपूत समाज का अपमान नहीं किया. यह बात यहीं खत्म होती है. रही बात कुछ बयानों की उनको लेकर के तो वह बयान अपनी जगह है हम सुलट लेंगे ठीक कर लेंगे.
खिलाड़ियों को आंदोलन से दूर रहना चाहिएः कुश्ती संघ के अध्यक्ष सांसद बृजभूषण सिंह की स्वामी रामदेव द्वारा गिरफ्तारी की मांग करने के बाद आंदोलनरत पहलवानों ने अब नए संसद भवन के घेराव की बात कही है. उस पर भी स्पष्टीकरण देते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि हमारे खिलाड़ी जिन्होंने देश का मान बढ़ाया वह कम से कम से कम जब देश की नई संसद का उद्घाटन हो रहा हो, उसके घेराव की बात या उस समय संसद की तरफ कूच करने की बात नहीं करेंगे. इस तरह के आंदोलन से खिलाड़ियों को भी दूर रहना चाहिए. मैं जो भी लोग इसके बहिष्कार की बात कर रहे हैं वे पुनर्विचार करें और जो घेराव की बात कर रहे हैं मेरा उनसे विनम्र निवेदन है वह इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहेंगे तो इससे देश का गौरव बढ़ेगा.