भरतपुर. शांति भंग के आरोप में कोतवाली थाना पुलिस ने शुक्रवार देर रात को गिरफ्तार किए पूर्व पार्षद राघवेंद्र सिंह (Raghvendra Singh sent to jail) को शनिवार सुबह एडीएम सिटी सुभाष चंद्र गोयल के समक्ष पेश किया. जहां से उसे सेवर केंद्रीय कारागृह भेज दिया गया. इस बात से नाराज भीम आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ता पूर्व पार्षद को रिहा करने की मांग करते हुए कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए. वहीं गिरफ्तार किए गए पूर्व पार्षद की पत्नी भूख हड़ताल पर बैठ गई.
पूर्व पार्षद की पत्नी जितेंद्र कौर का कहना है कि उनके पति राघवेंद्र ने वाल्मीकि समाज के लोगों की हक की आवाज उठाई थी. उन्होंने कोई गुनाह (Wife of Former councilor on Hunger Strike) नहीं किया था. अब वह भूख हड़ताल से तभी उठेंगी, जब उनके पति वहां पहुंचकर उन्हें पानी पिलाएंगे. पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी और जेल भेजने के विरोध में शनिवार सुबह सैकड़ों की संख्या में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने कोतवाली थाने से बाजार होते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली.
हड़ताल की अगुवाई कर रहा राघवेंद्रः असल में बीते करीब 17 दिन से शहर के सफाईकर्मी वेतन समेत कई (Protest in Bharatpur) मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. पूर्व पार्षद राघवेंद्र हड़ताल की अगुवाई कर सफाईकर्मियों की मांग पूरी करने की बात कह रहा है. इससे शहर की सफाई व्यवस्था भी बिगड़ी हुई है. दशहरा के दिन राघवेंद्र और कुछ लोगों ने कचरे के ढेर पर रावण दहन किया. पोस्टर पर मुख्यमंत्री, स्थानीय नेताओं, निगम महापौर को विवादित रूप में प्रदर्शित कर दहन किया. हालांकि पुलिस राघवेंद्र की गिरफ्तारी के पीछे शांति भंग बता रही है.