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भरतपुरः नौह गांव के पास कचरा डाल रहे नगर निगम के वाहनों को ग्रामीणों ने रोका - bharatpur news

भरतपुर में मंगलवार को ग्रामीणों ने कचरा से पैदा होने वाली मक्खियों और गंदगी से परेशान होकर नगर निगम के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं ग्रामीणों ने इसके लिए कई बार नगर निगम प्रशासन को गुहार भी लगाई है, लेकिन प्रशासन ने उनकी एक ना सूनी.

भरतपुर में ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन, Protests by villagers in Bharatpur
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Published : Oct 1, 2019, 6:47 PM IST

भरतपुर. शहर में मंगलवार को ग्रामीणों ने शहर में कचरे से पैदा होने वाली गंदगी और मक्खियों से परेशान होकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने उस समय विरोध प्रदर्शन करना शुरु किया, जिस समय नगर निगम की गाड़ियां गांव के पास कचरा यार्ड में कचरा डालने के लिए पहुंची थी. वहीं उन्होंने कचरा डालने के लिए पहुंची नगर निगम के वाहनों को भी रोक दिया.

भरतपुर में कचरा डालने से परेशान ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन

बता दे कि नगर निगम नौह गांव के पास कचरा डालता है. वहीं इस गंदे कचरे से मक्खियों और गंदगी उतपन्न होती है. जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. ऐसे में ग्रामीणों ने इसके लिए कई बार नगर निगम प्रशासन से गुहार भी लगाई है. लेकिन प्रशासन ने एक ना सूनी. इसी से मजबूर होकर ग्रामीणों ने कचरे के वाहनों को कचरा डालने से रोक दिया. सूचना का पता चलते ही अधिकारी समझाइश करने के लिए मौके पर पहुंचे लेकिन ग्रामीण कचरे के निस्तारण की मांग पर अड़े हुए है.

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शहर का कचरा इस गांव में ट्रेक्टर-ट्रॉलियों के जरिए रोजाना डाला जाता है. जहां शहर से रोजाना करीब कचरे से पैदा होने वाली गंदगी और बदबू से परेशान ग्रामीणों ने मंगलवार नगर निगम की कचरे से भरी ट्रेक्टर-ट्रॉलियों को कचरा डालने से रोक दिया और विरोध किया. साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव के पास नगर निगम द्वारा कचरा डाला जाता है, जो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.
भारी मात्रा में रोजाना डाला जाने वाले कचरे से प्लास्टिक की थैलियां और गंदगी उनके खेतों में हवा के साथ उड़कर चली जाती है. जिससे अपने खाने के लिए पैदा होने वाली खेतों की फसल भी नष्ट हो जाती है और उनकी कृषि भूमि भी बंजर होती जा रही है. जिससे आगामी समय में फसल पैदा होना भी असंभव प्रतीत हो रहा है.

नगर निगम की माने तो शहर से रोजाना करीब सैकड़ों ट्रेक्टर-ट्रॉलियां नौह स्थित कचरा घर में डाली जाती है. साथ ही वहां कचरा खुले में ही सड़क किनारे डाला जाता है.जिससे कचरे के निस्तारण के लिए किसी भी प्रकार का प्लांट नहीं है और ना ही कचरे को इकठ्ठा करने के लिए बाउंडरी वॉल बनाई गई है, जिससे कचरा उड़कर खेतों में नहीं जाए.

पढ़े: प्रदेश कांग्रेस के अधिवेशन में तय समय तक नहीं पहुंचे पार्टी कार्यकर्ता

उधर नगर निगम की आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया की मक्खियों और मच्छरों की रोकथाम के लिए फोगिंग की जाती है और वहां कचरा निस्तारण प्लांट के लिए अनुमति लेने के प्रयास किए जा रहे है. हालांकि अभी तक इसके निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिल पाई है.

भरतपुर. शहर में मंगलवार को ग्रामीणों ने शहर में कचरे से पैदा होने वाली गंदगी और मक्खियों से परेशान होकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने उस समय विरोध प्रदर्शन करना शुरु किया, जिस समय नगर निगम की गाड़ियां गांव के पास कचरा यार्ड में कचरा डालने के लिए पहुंची थी. वहीं उन्होंने कचरा डालने के लिए पहुंची नगर निगम के वाहनों को भी रोक दिया.

भरतपुर में कचरा डालने से परेशान ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन

बता दे कि नगर निगम नौह गांव के पास कचरा डालता है. वहीं इस गंदे कचरे से मक्खियों और गंदगी उतपन्न होती है. जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. ऐसे में ग्रामीणों ने इसके लिए कई बार नगर निगम प्रशासन से गुहार भी लगाई है. लेकिन प्रशासन ने एक ना सूनी. इसी से मजबूर होकर ग्रामीणों ने कचरे के वाहनों को कचरा डालने से रोक दिया. सूचना का पता चलते ही अधिकारी समझाइश करने के लिए मौके पर पहुंचे लेकिन ग्रामीण कचरे के निस्तारण की मांग पर अड़े हुए है.

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शहर का कचरा इस गांव में ट्रेक्टर-ट्रॉलियों के जरिए रोजाना डाला जाता है. जहां शहर से रोजाना करीब कचरे से पैदा होने वाली गंदगी और बदबू से परेशान ग्रामीणों ने मंगलवार नगर निगम की कचरे से भरी ट्रेक्टर-ट्रॉलियों को कचरा डालने से रोक दिया और विरोध किया. साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव के पास नगर निगम द्वारा कचरा डाला जाता है, जो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.
भारी मात्रा में रोजाना डाला जाने वाले कचरे से प्लास्टिक की थैलियां और गंदगी उनके खेतों में हवा के साथ उड़कर चली जाती है. जिससे अपने खाने के लिए पैदा होने वाली खेतों की फसल भी नष्ट हो जाती है और उनकी कृषि भूमि भी बंजर होती जा रही है. जिससे आगामी समय में फसल पैदा होना भी असंभव प्रतीत हो रहा है.

नगर निगम की माने तो शहर से रोजाना करीब सैकड़ों ट्रेक्टर-ट्रॉलियां नौह स्थित कचरा घर में डाली जाती है. साथ ही वहां कचरा खुले में ही सड़क किनारे डाला जाता है.जिससे कचरे के निस्तारण के लिए किसी भी प्रकार का प्लांट नहीं है और ना ही कचरे को इकठ्ठा करने के लिए बाउंडरी वॉल बनाई गई है, जिससे कचरा उड़कर खेतों में नहीं जाए.

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उधर नगर निगम की आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया की मक्खियों और मच्छरों की रोकथाम के लिए फोगिंग की जाती है और वहां कचरा निस्तारण प्लांट के लिए अनुमति लेने के प्रयास किए जा रहे है. हालांकि अभी तक इसके निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिल पाई है.

Intro:भरतपुर_01-10-2019

Summery- नगर निगम नौह गाँव के पास कचरा डाला जाता है जिससे मक्खियों व् गंदगी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है और ग्रामीणों ने इसके लिए कई बार नगर निगम प्रशासन को गुहार लगाई है

एंकर- भरतपुर में आज ग्रामीणों ने उस समय विरोध प्रदर्शन कर दिया जब नगर निगम की गाड़ियां गाँव के पास कचरा यार्ड में कचरा डालने के लिए पहुंची थी तभी कचरे से पैदा होने वाली गंदगी व् मक्खियों से परेशान ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर वहां कचरा डालने के लिए आये नगर निगम के वाहनों को रोक दिया | 
नगर निगम नौह गाँव के पास कचरा डाला जाता है जिससे मक्खियों व् गंदगी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है और ग्रामीणों ने इसके लिए कई बार नगर निगम प्रशासन को गुहार लगाई है मगर जब प्रशासन ने गुहार नहीं सूना तो मजबूर होकर ग्रामीणों ने कचरे के वाहनों को कचरा डालने से रोक दिया जहाँ उनकी समझाइश करने पहुंचे अधिकारीयों की भी बात ग्रामीणों ने नहीं मानी और कचरे के निस्तारण की मांग पर अड़े हुए है | 
शहर का कचरा को ट्रेक्टर ट्रॉलियों के जरिये रोजाना डाला जाता है जहाँ शहर से रोजाना करीब कचरे से पैदा होने वाली गंदगी व् बदबू से परेशान ग्रामीणों ने आज नगर निगम की कचरे से भरी ट्रेक्टर ट्रॉलियों को कचरा डालने से रोक दिया और विरोध किया साथ ही ग्रामीणों का कहना है की उनके गाँव के पास नगर निगम द्वारा कचरा डाला जाता है जो ग्रामीणों ने लिए परेशानी का सबब बना हुआ है लेकिन निगम द्वारा कचरे के निस्तारण के लिए कोई प्लांट शुरू नहीं किया है | 
भारी मात्रा में रोजाना डाला जाने वाले कचरे से प्लास्टिक की थैलियां व् गंदगी उनके खेतों में हवा के साथ उड़कर चली जाती है जिससे अपने खाने के लिए पैदा होने वाली खेतों की फसल भी नष्ट हो जाती है और उनकी कृषि भूमि भी बंजर होती जा रही है जिससे आगामी समय में फसल पैदा होना भी असंभव प्रतीत होता है |
नगर निगम की माने तो शहर से रोजाना करीब सैकड़ों ट्रेक्टर ट्रॉलियां नौह स्थित कचरा घर में डाली जाती साथ ही वहां कचरा खुले में ही सड़क किनारे डाला जाता है जहाँ कचरे के निस्तारण के लिए किसी भी प्रकार का प्लांट नहीं है और ना ही कचरे को इकठ्ठा करने के लिए बाउंडरी वॉल बनाई गयी है जिससे कचरा उड़कर खेतों में नहीं जाए | 
उधर नगर निगम की आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया की मक्खियों व् मच्छरों की रोकथाम के लिए फोगिंग की जाती है व् वहां कचरा निस्तारण प्लांट के लिए अनुमति लेने के प्रयास किये जा रहे है हालाँकि अभी तक इसके निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिल पायी है | 
बाइट- कृष्ण कांत, ग्रामीण
बाइट- मनीष, ग्रामीण
बाइट- नन्नू राम, ग्रामीण
बाइट- नीलिमा तक्षक, आयुक्त, नगर निगम



Body:ग्रामीणों ने रोकी कचरा डालने वाली गाड़िया।


Conclusion:

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