भरतपुर. रूपवास में हुए शराब कांड में अभी तक 7 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इसके अलावा गुरुवार की सुबह 2 और लोगों की तबियत बिगड़ने पर उन्हें जिला आरबीएम अस्पताल के लिए रेफर किया गया है. इस घटना के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जयपुर से प्रशासनिक और एक्साइज टीम को रवाना किया गया है, जो घटना की पूरी जानकारी लेगी.
इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि चकसामरी गांव में काफी समय से अवैध शराब बेची जा रही थी. जिसकी शिकायत कई बार की गई लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है. इस जहरीले शराब की लत गांव के नाबालिग बच्चे को भी लग गई है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में काफी समय से अवैध शराब बेची जा रही है. लोगों ने आरोप लगया कि गांव में तीन शराब माफिया है, जो अवैध तरीके से शराब बेचते हैं. इसकी शिकायत कई बार पुलिस से की गई लेकिन कोई सख्त कार्रवाई अमल में नही लाई गई.
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वहीं इस घटना पर पीएमओ नवदीप सैनी ने बताया कि मरने वाले लोगों की मौत होने से पहले आंखों की रोशनी जा रही है. ऐसा तब होता है, जब कोई जहरीला पदार्थ का सेवन करता है. बाकी की पूरी स्थिति पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद साफ होगी. इस घटना जे बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. जिला कलेक्टर नथमल डिडेल और जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र विश्नोई घटनास्थल पर पहुंचे हैं, जो पूरी स्थिति का जायजा ले रहे है. भरतपुर जिले के रूपवास शराब कांड के मृतकों के शवों के पोस्टमार्टम की कार्रवाई जारी है.