भरतपुर. हरियाणा के पलवल में राजस्थान पुलिस की एसडीआरएफ टीम चर्चा का विषय बनी हुई है. असल में भरतपुर की एसडीआरएफ टीम ने पलवल में कोई आपदा राहत कार्य नहीं किया, बल्कि पुलिस लाइन के एक गरीब रसोइए की बेटी की शादी में मामा बनकर भात की रस्म अदा की.
एसडीआरएफ टीम ने भरतपुर रेंज प्रभारी इंस्पेक्टर चौधरी हरी सिंह के साथ मिलकर रसोइया मनोहर लाल की पत्नी राजवती को चुनरी ओढ़ाई और थाली में 1 लाख, 51 हजार 151 की नकदी व जेवरात रखकर भात की रस्म अदा की. एसडीआरएफ टीम के भरतपुर रेंज प्रभारी इंस्पेक्टर चौधरी हरि सिंह ने बताया कि हरियाणा के पलवल के इस्लामाबाद का रहने वाला मनोहर लाल बीते 5 साल से भरतपुर की पुलिस लाइन में एसडीआरएफ की टीम के जवानों के लिए अस्थाई रसोइया के रूप में बड़े प्यार और अपनेपन के साथ खाना बनाकर खिलाता है. मनोहर लाल के परिवार में तीन बेटे और तीन बेटियां हैं.
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मनोहर लाल परिवार में कमाने वाला अकेला व्यक्ति है. मनोहर लाल की बेटी मंजू की बुधवार को शादी है. मनोहर लाल ने पूरी एसडीआरएफ टीम को भी शादी का निमंत्रण दिया. मनोहर लाल के अच्छे व्यवहार के चलते टीम प्रभारी इंस्पेक्टर चौधरी हरि सिंह समेत पूरे स्टाफ ने उसकी मदद का विचार बनाया. इसी पहल के चलते सभी ने तय किया कि मनोहर लाल की बेटी की शादी में मामा बनकर भात भरा जाए. पूरी टीम मंगलवार को मनोहर लाल के यहां पहुंची.
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टीम जब समारोह में पहुंची और वहां पता चला कि राजस्थान पुलिस की एसडीआरएफ टीम भात भरेगी, तो आसपास के लोग भी भात का कार्यक्रम देखने पहुंच गए. एसडीआरएफ प्रभारी इंस्पेक्टर चौधरी हरी सिंह और पूरी टीम ने मनोहर लाल की पत्नी राजवती का भाई बनकर चुनरी ओढ़ाई. साथ ही 1 लाख, 51 हजार, 151 रुपए नकद समेत चंदे के जेवरात और कपड़े भेंट किए. राजवती ने भी एसडीआरएफ टीम चौधरी हरी सिंह, उपनिरीक्षक खजान सिंह, हेड कांस्टेबल बृजमोहन, धारा सिंह समेत सभी सदस्यों के माथे पर तिलक लगाकर मुंह मीठा करवाया.