कामां (भरतपुर). कामां कस्बे के तीर्थराज विमल कुंड पर बाबा विजय दास की अंतिम यात्रा को लाया गया (Saint Vijay Das last procession in Bharatpur) था. जहां अंतिम स्नान के दौरान अलवर सांसद संत बालक नाथ ने भरतपुर जिला कलेक्टर आलोक रंजन से नाराजगी जाहिर करते हुए अपना विरोध जताया.
बालक नाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा (MP Balak Nath on saint Vijay Das) कि साधु-संतों का अगला कदम अब राजस्थान से कांग्रेस सरकार को दूर करना होगा. कांग्रेस सरकार राजस्थान से हमेशा के लिए दूर हो जाएगी. साधु-संतों की आगे की रणनीति के सवाल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि संत विजय दास की हत्या की सीबीआई जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हैं, उनको सलाखों के पीछे डालकर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. जिस एंबुलेंस में संत के शव को लाया गया था, उस एंबुलेंस पर सरकार के मुखिया एवं मंत्री के फोटो लगे होने पर सांसद ने मौके पर विरोध. अन्य साधु-संतों ने भी विरोध में साथ दिया और सांसद ने कलेक्टर के समक्ष नाराजगी जाहिर की.
सांसद ने कहा कि जिस एंबुलेंस से संत के शव को लेकर आए हैं, उस पर सीएम और मंत्री की फोटो लगी है. इससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया गया है. सांसद ने आरोप लगाया कि जिनकी वजह से संत हमारे बीच नहीं है, उनकी फोटो लगी एंबुलेंस भेजकर लोगों को क्या मैसेज देने की कोशिश की जा रही है. साथ ही सांसद बालक नाथ की बात का समर्थन करते हुए गोपेश बाबा ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है.