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भरतपुर: जिला RBM अस्पताल फिर सवालों के घेरे में, मंत्री सुभाष गर्ग के खिलाफ जमकर लगे नारे - भरतपुर न्यूज

भरतपुर में बुधवार को कुछ लोगों ने जिला आरबीएम अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उनकी लापरवाही की वजह से उनके परिवार के एक व्यक्ति की जान चली गई. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल पर जमकर नारेबाजी की, साथ ही अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के खिलाफ नारे लागए.

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RBM अस्पताल पर लापरवाही के लगाए गए आरोप
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Published : Sep 30, 2020, 3:20 PM IST

भरतपुर. संभाग में सबसे बड़ा जिला आरबीएम अस्पताल लापरवाही के चलते अकसर सुर्खियों में बना रहता है. इसी के तहत बुधवार सुबह भी कुछ लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि लापरवाही की वजह से उनके परिवार के एक व्यक्ति की जान चली गई. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने जिला आरबीएम अस्पताल पर जमकर नारेबाजी की, साथ ही अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के खिलाफ नारे लागए.

RBM अस्पताल पर लापरवाही के लगाए गए आरोप

मृतक के परिजनों ने बताया कि पुरुषोत्तम राजस्थान पुलिस कार्यरत था, जिसकी ड्यूटी कंट्रोल रूम में लगी हुई थी, लेकिन ज्यादा काम होने की वजह से वह आराम नहीं कर पा रहा था. जिसके बाद अचानक उसकी बुधवार सुबह तबीयत खराब हो गई और सांस लेने में परेशानी होने लगी. जिसके बाद उसके परिजन उसे लेकर जिला आरबीएम अस्पताल पहुंचे और उसे भर्ती करवाया.

अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने बताया कि जब पुरुषोत्तम को सांस लेने में ज्यादा परेशानी होने लगी तब अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे ऑक्सीजन लगाई, लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर में गैस नहीं थी. जिसके बाद दूसरा सिलेंडर लाया गया, लेकिन उसमें भी गैस नहीं था. जिसकी वजह से पुरुषोत्तम को समय और इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई.

वहीं मृतक के भाई का आरोप है कि अस्पताल में न तो ट्रॉली पुलर है और इमरजेंसी में डॉक्टर्स की सुविधा, जिसकी वजह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस लापरवाही के कारण आए दिन लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. वहीं जब इस बारे में अस्पताल प्रशासन से बात की गई तो पूर्व पीएमओ ने कहा कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है.

पढ़ें: Reality Check : न दुकानदार न कर्मचारी...कागजों तक सिमट कर रह गया 'नो मास्क, नो एंट्री' अभियान

साथ ही उन्होंने कहा कि वह पूरे मामले की जानकारी लेंगे. अगर इसमें किसी की भी लापरवाही सामने आई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों की मांग है कि मृतक के बेटे को 50 लाख मुआवजा और उसके बेटे को नौकरी दी जाए. जिससे वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके.

भरतपुर. संभाग में सबसे बड़ा जिला आरबीएम अस्पताल लापरवाही के चलते अकसर सुर्खियों में बना रहता है. इसी के तहत बुधवार सुबह भी कुछ लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि लापरवाही की वजह से उनके परिवार के एक व्यक्ति की जान चली गई. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने जिला आरबीएम अस्पताल पर जमकर नारेबाजी की, साथ ही अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के खिलाफ नारे लागए.

RBM अस्पताल पर लापरवाही के लगाए गए आरोप

मृतक के परिजनों ने बताया कि पुरुषोत्तम राजस्थान पुलिस कार्यरत था, जिसकी ड्यूटी कंट्रोल रूम में लगी हुई थी, लेकिन ज्यादा काम होने की वजह से वह आराम नहीं कर पा रहा था. जिसके बाद अचानक उसकी बुधवार सुबह तबीयत खराब हो गई और सांस लेने में परेशानी होने लगी. जिसके बाद उसके परिजन उसे लेकर जिला आरबीएम अस्पताल पहुंचे और उसे भर्ती करवाया.

अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने बताया कि जब पुरुषोत्तम को सांस लेने में ज्यादा परेशानी होने लगी तब अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे ऑक्सीजन लगाई, लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर में गैस नहीं थी. जिसके बाद दूसरा सिलेंडर लाया गया, लेकिन उसमें भी गैस नहीं था. जिसकी वजह से पुरुषोत्तम को समय और इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई.

वहीं मृतक के भाई का आरोप है कि अस्पताल में न तो ट्रॉली पुलर है और इमरजेंसी में डॉक्टर्स की सुविधा, जिसकी वजह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस लापरवाही के कारण आए दिन लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. वहीं जब इस बारे में अस्पताल प्रशासन से बात की गई तो पूर्व पीएमओ ने कहा कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है.

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साथ ही उन्होंने कहा कि वह पूरे मामले की जानकारी लेंगे. अगर इसमें किसी की भी लापरवाही सामने आई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों की मांग है कि मृतक के बेटे को 50 लाख मुआवजा और उसके बेटे को नौकरी दी जाए. जिससे वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके.

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