भरतपुर: कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पिछले कई महीनों से स्कूल बंद कर दिए गए थे. जिसके बाद सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी करते हुए 21 सितंबर से 9वीं और 12वीं के स्कूल खोल दिए गए हैं. जिसके बाद स्कूल में ऐसे बच्चों का जाना अनिवार्य किया गया है, जिन्हें पढ़ाई में कोई डाउट क्लियर करना हो, लेकिन शिक्षा को धंधा बना चुके माफिया बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं.
साथ ही कोरोना की गाइडलाइन को अनदेखा कर छोटे-छोटे कमरों में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. इसी के तहत मंगलवार को शहर के बिनारायन गेट स्थित भरतपुर नर्सिंग होम में संचालित स्कूल में बाल कल्याण समिति की टीम और मथुरा गेट थाना पुलिस ने कार्रवाई की. जहां पर स्कूल में एक छोटे से कमरे में 29 बच्चों को पढ़ाया जा रहा था, जैसे ही बाल कल्याण समिति की टीम मौके पर पहुंची तभी क्लास में पढ़ा रहे अध्यापक ने बच्चों को पीछे के गेट से निकालने की कोशिश कर रहा था.
जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने सभी बच्चों को वहीं रोक लिया. साथ ही मथुरा गेट थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्लास में पढ़ा रहे अध्यापक को हिरासत में लिया. वहीं बाल कल्याण समिति के सदस्य गंगा राम पाराशर ने बताया कि भरतपुर नर्सिंग होम में कुछ बच्चों को पढ़ाया जा रहा है.
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जिसके बाद मौके पर बाल कल्याण समिति की टीम, मानव तस्करी यूनिट और मथुरा गेट थाना पुलिस पहुंची और देखा तो एक छोटे से कमरे में 29 बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. जहां कोरोना की गाइडलाइन की भी पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही है.