डीग (भरतपुर). जिले के डीग में चंबल पेयजल में पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है. डीग शहर के लोगों के हर घर मीठे पानी की आस अब पूरी होने जा रही है. पूर्व केबिनेट मंत्री डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह के अथक प्रयासों के बाद चंबल परियोजना में पाइप लाइन सुदृढ़ीकरण के लिए 90.88 लाख रुपए की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है. अब जल्द ही डीग शहर में चंबल पेयजल योजना में पेयजल लाइन बिछाने का कार्य शुरू होगा. बता दें कि ये योजना आमजन के लिए चंबल के पेयजल की सुचारू आपूर्ति के लिए मील का पत्थर साबित होगी.
48 साल पुराना है जलापूर्ति सिस्टम...
शहर में सोमवार को भी घरों तक 48 साल पुरानी पाइप लाइन से चंबल के मीठे पानी की सप्लाई की जा रही है. बड़े प्रोजेक्ट के अभाव में ये समस्या धरातल पर जस की तस बनी हुई थी. चंबल परियोजना में शहर के लोगों को भले ही मीठे पानी की आस पूरी होती नजर आई हो, लेकिन पुरानी और बार-बार लीकेज होने वाली पाइप लाइन से चंबल के पानी की सुचारू सप्लाई पीएचईडी के लिए चुनौती बनीं हुई थी. शहर में मीठे पानी की आपूर्ति पुराने सिस्टम से ही की जा रही है. जो कई बार पानी के दबाव के चलते आए दिन क्षतिग्रस्त हो रही है.
परियोजना मे पाइप लाइन का होगा सुदृढ़ीकरण...
शहर में चंबल के मीठे पानी की सुनिश्चिता के बाद शहर के कई हिस्सों में आज भी लोग चंबल के मीठे पानी की समस्या से जूझते नजर आ रहे हैं. शहर में बढ़ती आबादी और कॉलोनियों के विस्तार के साथ दूरस्थ क्षेत्र में शहर के कई ऐसे इलाके हैं जंहा अभी तक पाइप लाइन नहीं है. विदित हो, परियोजना अंतर्गत शहर में 3 उच्च जलाशयों सहित उनसे संबंधित मुख्य राइजिंग और वितरण पाइप लाइन का कार्य प्रगति पर है. ऐसे में पुरानी लाइन के सुदृढीकरण के साथ पाइप लाइन से वंचित गली-मौहल्लों सहित शहर के अन्य दूरस्थ हिस्सों तक पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जाएगा. ताकि हर घर तक चंबल के पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से हो सके.
शहर में बिछेगी 6 किमी पाइप लाइन...
बता दें कि परियोजना में 90.88 लाख की प्रशासनिक और विभागीय है. स्वीकृति के बाद अब शहर के अंतिम हिस्सों तक चंबल का पानी मिल सकेगा. इसके लिए अब शहर की विभिन्न गली-मौहल्लों सहित दूरस्थ हिस्सों में 6 हजार मीटर लंबाई की नई पाइप लाइन बिछाई जाएगी. नई पाइप लाइन बिछाए जाने के बाद शहरवासियों को चंबल के मीठे पानी की पर्याप्त जलापूर्ति नसीब हो सकेगी. शहर में जलापूर्ति के लिए दशकों पहले पाइप लाइन बिछाई गई थी. जो जमीन में दबी रहने और समय अधिक हो जाने से जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है. इस डेमेज पेयजल सिस्टम को सुधारने के लिए विभाग की ओर से मुख्य अभियंता (शहर एंव एन.आर.डब्ल्यू.) को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था. जिसकी प्रशासनिक और विभागीय स्वीकृति जारी की गई है.