भरतपुर. सर्दी बढ़ने के साथ ही विश्व प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान पक्षियों और पर्यटकों से गुलजार होने लगा है. उद्यान में सुबह से ही पक्षी प्रेमी पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है और देर शाम तक जंगल में चहल पहल बनी रहती है. सर्दियों की छुट्टियों में उद्यान में हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. यहां तक कि शहर के रिक्शे भी कम पड़ जाते हैं. पर्यटकों की अच्छी आवक से उद्यान प्रशासन और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे खिले हुए हैं.
तीन माह में 22 हजार से अधिक पर्यटक: उद्यान के फॉरेस्टर नरेश ने बताया कि सितंबर माह से ही पर्यटकों का आना शुरू हो गया है. सर्दी बढ़ने के साथ ही लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ रही (More tourists in winter in Keoladeo National Park) है. उद्यान में सितंबर में 3735 पर्यटक, अक्टूबर में 8154 पर्यटक और नवंबर में 10,335 पर्यटक पहुंचे. इनमें विदेशी पर्यटक क्रमशः 216, 537 और 693 शामिल हैं. बीते माह में घना पहुंचे पर्यटकों से उद्यान को करीब 29 लाख रूप से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है.
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अधिकतर पक्षी पहुंचे: सेवानिवृत्त रेंजर भोलू अबरार ने बताया कि उद्यान में करीब 370 प्रजाति के देसी-विदेशी पक्षी पहुंचते हैं इनमें से अधिकतर प्रजाति के पक्षी यहां पहुंच चुके (migratory birds in Keoladeo National Park) हैं. दिसंबर अंत तक पेलिकन भी पहुंच जाएंगे. फिलहाल पक्षी जलाशयों में दूरी पर हैं. लेकिन धीरे-धीरे ये नजदीक आते जायेंगे और पर्यटकों को और आसानी से नजर आने लगेंगे.
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बड़े दिनों की छुट्टियों में रहेगा फुल: भोलू अबरार ने बताया कि सर्दियों की छुट्टियों में उद्यान में बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं. उद्यान के करीब 150 रिक्शों के अलावा पूरे शहर के रिक्शे यहां लगा दिए जाते हैं. फिर भी कम पड़ जाते हैं. नेचर गाइड और रिक्शा चालकों को बड़े दिन की छुट्टियों का इंतजार रहता है. फिलहाल वीकेंड में एनसीआर क्षेत्र के पर्यटक काफी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं.