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माली, सैनी, कुशवाहा समाज के 26 लोगों की गिरफ्तारी पर असंतोष, प्रस्तावित आंदोलन स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात

भरतपुर में आंदोलन की चेतावनी दे रहे माली, सैनी, कुशवाहा समाज के 26 लोगों की गिरफ्तारी पर असंतोष है. वहीं, सुरक्षा-व्यवस्था के मद्देनजर प्रस्तावित आंदोलन स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

Bharatpur Arrest Case
प्रस्तावित आंदोलन स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात
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Published : Apr 21, 2023, 3:14 PM IST

भरतपुर. आरक्षण समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन की चेतावनी दे रहे माली, कुशवाहा, सैनी समाज के लोगों में अब संयोजक मुरारी लाल सैनी एवं अन्य 25 लोगों की गिरफ्तारी को लेकर असंतोष है. समाज के जनप्रतिनिधि और लोग अब गिरफ्तार किए गए मुरारी लाल सैनी एवं अन्य लोगों की रिहाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, समाज की चेतावनी को देखते हुए जयपुर- आगरा हाईवे पर अरोदा के पास भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया है. शुक्रवार को सुबह से ही खुद पुलिस अधीक्षक भी मौके पर मौजूद हैं.

समाज के मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा का कहना है कि गुरुवार को समाज के एक प्रतिनिधिमंडल की जयपुर में सरकार के साथ वार्ता हुई थी, लेकिन इसी दौरान पुलिस प्रशासन ने आंदोलन तिथि से 1 दिन पूर्व संयोजक मुरारी लाल सैनी, 11 अन्य लोगों को भरतपुर से, जबकि 15 अन्य व्यक्तियों को करौली से गिरफ्तार कर लिया. समाज में पुलिस प्रशासन के इस कदम को लेकर भारी आक्रोश है. साथ ही पूरे समाज की मांग है कि गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को सशर्त रिहा किया जाए.

पढे़ं : कुशवाहा, काछी, सैनी, माली समाज का प्रतिनिधिमंडल कल जाएगा जयपुर, सरकार से वार्ता के बाद तय होगी रणनीति

हालांकि, अभी तक समाज की ओर से प्रस्तावित आंदोलन स्थल पर किसी प्रकार का कोई आंदोलन, प्रदर्शन या धरना शुरू नहीं किया गया है. लेकिन भुसावर के बल्लभगढ़ में समाज के लोग और पुलिस के बीच नोंक झोंक हुई, जिसे समझाइश के बाद शांत कर दिया गया. मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि फिलहाल समाज के लोग अलग-अलग क्षेत्रों में बैठक कर विचार विमर्श कर रहे हैं.

वहीं, पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के मद्देनजर इन लोगों की हठधर्मिता के चलते व बातचीत के सारे प्रयास विफल होने पर अंतिम उपाय के तौर पर निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए इन लोगों को हिरासत में लिया गया है.

प्रशासन चाकचौबंद : वहीं, मौके की स्थिति को देखते हुए अरोदा व आसपास के क्षेत्र में विशेष निगरानी, पैट्रोलिंग एवं पर्याप्त पुलिस जाब्ता लगाया गया है. मंडल रेल प्रबंधक कोटा एवं आगरा स्तर पर रेलमार्गों की विशेष निगरानी की जा रही है. साथ ही आमजन को सडक मार्ग पर आवागमन सुचारू रखने के संबंध में नेशनल हाइवे के परियोजना निदेशक दौसा को भी निर्देशित किया गया है. साथ ही जिला प्रशासन की ओर से अन्य जिलों जिला कलक्टर्स को भी उनके क्षेत्र के लोगों को एकत्र होकर आंदोलन स्थल की ओर नहीं आने देने की कार्रवाई के लिए लिखा गया है.

एनएच 21 गांव अरोदा में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने व यातायात को सुचारू रखने के लिए 15 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त हैं. जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने आंदोलन जैसी गतिविधियों से आमजन को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए अपील की है कि सभी समस्याओं का हल एवं समाधान वार्ता से ही संभव होता है, वार्ता का रास्ता अपनाएं, शांति बनाये रखें, कानून का पालन करें. उधर एसपी श्याम सिंह ने भी शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि बिना अनुमति के धरना, प्रदर्शन, जुलूस निकालने पर कार्रवाई की जाएगी.

भरतपुर. आरक्षण समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन की चेतावनी दे रहे माली, कुशवाहा, सैनी समाज के लोगों में अब संयोजक मुरारी लाल सैनी एवं अन्य 25 लोगों की गिरफ्तारी को लेकर असंतोष है. समाज के जनप्रतिनिधि और लोग अब गिरफ्तार किए गए मुरारी लाल सैनी एवं अन्य लोगों की रिहाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, समाज की चेतावनी को देखते हुए जयपुर- आगरा हाईवे पर अरोदा के पास भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया है. शुक्रवार को सुबह से ही खुद पुलिस अधीक्षक भी मौके पर मौजूद हैं.

समाज के मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा का कहना है कि गुरुवार को समाज के एक प्रतिनिधिमंडल की जयपुर में सरकार के साथ वार्ता हुई थी, लेकिन इसी दौरान पुलिस प्रशासन ने आंदोलन तिथि से 1 दिन पूर्व संयोजक मुरारी लाल सैनी, 11 अन्य लोगों को भरतपुर से, जबकि 15 अन्य व्यक्तियों को करौली से गिरफ्तार कर लिया. समाज में पुलिस प्रशासन के इस कदम को लेकर भारी आक्रोश है. साथ ही पूरे समाज की मांग है कि गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को सशर्त रिहा किया जाए.

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हालांकि, अभी तक समाज की ओर से प्रस्तावित आंदोलन स्थल पर किसी प्रकार का कोई आंदोलन, प्रदर्शन या धरना शुरू नहीं किया गया है. लेकिन भुसावर के बल्लभगढ़ में समाज के लोग और पुलिस के बीच नोंक झोंक हुई, जिसे समझाइश के बाद शांत कर दिया गया. मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि फिलहाल समाज के लोग अलग-अलग क्षेत्रों में बैठक कर विचार विमर्श कर रहे हैं.

वहीं, पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के मद्देनजर इन लोगों की हठधर्मिता के चलते व बातचीत के सारे प्रयास विफल होने पर अंतिम उपाय के तौर पर निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए इन लोगों को हिरासत में लिया गया है.

प्रशासन चाकचौबंद : वहीं, मौके की स्थिति को देखते हुए अरोदा व आसपास के क्षेत्र में विशेष निगरानी, पैट्रोलिंग एवं पर्याप्त पुलिस जाब्ता लगाया गया है. मंडल रेल प्रबंधक कोटा एवं आगरा स्तर पर रेलमार्गों की विशेष निगरानी की जा रही है. साथ ही आमजन को सडक मार्ग पर आवागमन सुचारू रखने के संबंध में नेशनल हाइवे के परियोजना निदेशक दौसा को भी निर्देशित किया गया है. साथ ही जिला प्रशासन की ओर से अन्य जिलों जिला कलक्टर्स को भी उनके क्षेत्र के लोगों को एकत्र होकर आंदोलन स्थल की ओर नहीं आने देने की कार्रवाई के लिए लिखा गया है.

एनएच 21 गांव अरोदा में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने व यातायात को सुचारू रखने के लिए 15 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त हैं. जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने आंदोलन जैसी गतिविधियों से आमजन को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए अपील की है कि सभी समस्याओं का हल एवं समाधान वार्ता से ही संभव होता है, वार्ता का रास्ता अपनाएं, शांति बनाये रखें, कानून का पालन करें. उधर एसपी श्याम सिंह ने भी शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि बिना अनुमति के धरना, प्रदर्शन, जुलूस निकालने पर कार्रवाई की जाएगी.

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