कामां (भरतपुर). क्षेत्र में एक साथ 3 व्यक्ति पॉजिटिव पाई जने के बाद स्थानीय प्रशासन और जिला प्रशासन ने मामले को लेकर बेहद ही गंभीर हो गया था. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने बड़ी मुस्तैदी से कार्य किया. जहां लगातार प्रशासन की मुस्तैदी के चलते क्षेत्र में कोरोना वायरस की सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. इसके बाद चिकित्सा विभाग की टीम ने लोगों के सैंपल लेना बंद कर दिया था. इस पर विधायक जाहिदा खान ने उच्च अधिकारियों से फिर से क्षेत्र में सैंपलिग करने की मांग की. जिसके बाद चिकित्सा विभाग की टीम ने संदिग्ध 30 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए दिए हैं.
खंड मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केडी शर्मा ने बताया कि कामां क्षेत्र में भरतपुर जिले का सबसे पहले कोरोना वायरस पॉजिटिव व्यक्ति पाया गया था. जिसके बाद जिला प्रशासन के निर्देशों की अनुपालना में चिकित्सक कर्मियों ने पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य किया और कोरोना वायरस की चेन को तोड़ा.
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जिला स्तरीय टीम द्वारा कामां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर पब्लिक टच में आए 30 व्यक्तियों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैबोरेट्री भिजवाए गए हैं. सैंपल लेने के दौरान राजकीय अस्पताल में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया है. वहीं खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अगर भविष्य में कोई कोरोना पॉजिटिव आता है, तो उसके लिए प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है और सभी तैयारियां पूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है. सैंपल की प्रक्रिया अब लगातार जारी रहेगी. साथ ही जांच भी अब जिला स्तर पर प्रारंभ हो गई हैं, जल्दी ही सभी जांचों की रिपोर्ट आ जाएंगी.
आरआरटी टीम लगातार कर रही जांच
कामां क्षेत्र में चिकित्सा विभाग द्वारा 15 आरआरटी टीम का गठन किया गया है और कामां कस्बा में 2 टीम का गठन किया गया है. इसके प्रभारी डॉक्टर विचित्र विभूति भूषण द्वारा घर-घर सर्वे कर जांच की जा रही है. वहीं संदिग्ध व्यक्तियों को होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. चिकित्सा विभाग की पूरी टीम कामां क्षेत्र में बड़ी मुस्तैदी के साथ 24 घंटे कार्य कर रही हैं. सूचना मिलते ही क्षेत्र में तुरंत प्रभाव से टीम मौके पर पहुंचती है और संदिग्ध व्यक्ति की जांच करती है.