भरतपुर. नववर्ष के दिन चिकसाना थाना क्षेत्र के 2 लोग बाजार की बोलकर घर से निकले लेकिन रात भर घर नहीं लौटे. दूसरे दिन सुबह परिजनों के पास पीड़ितों ने फोन कर बताया कि उन्हें किसी ने वृंदावन में बंधक बना लिया है और 3 लाख की फिरौती मांग रहे हैं. परिजन तुरंत पुलिस के पास पहुंचे. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एक टीम गठित की गई (Honey Trap In Bharatpur).
पुलिस ने वृंदावन पहुंच कर दोनों अपहृत लोगों को मुक्त करा कर, एक महिला समेत चार आरोपियों को धर दबोचा (Bharatpur Honey Trap Gang). आरोपी अपनी महिला मित्र के माध्यम से लोगों को हनी ट्रैप कर फंसाते और बंधक बना फिरौती मांगते थे.
पिता ने रो रो कर बताया हाल- चिकसाना थाना प्रभारी विनोद कुमार मीणा ने बताया कि 2 जनवरी को खैमरा कला निवासी सचिन ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका पिता श्यामवीर, धर्मवीर जाटव के साथ 1 जनवरी शाम को बाजार जाने की बात कह घर से निकले लेकिन रातभर घर नहीं लौटे. 2 जनवरी को सुबह 6.40 बजे पिता श्यामवीर का फोन आया और रोते हुए बताया कि उन्हें कविता और उसके तीन साथियों ने वृंदावन में ओमेक्स के फ्लैट नंबर 204 में बंधक बना रखा है. 3 लाख रुपए देने पर ही छोड़ेंगे.
पुलिस के पास पहुंचे परिजन- सचिन ने पिता के किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद एसपी श्याम सिंह ने एक टीम गठित की. पीड़ित सचिन और पुलिस की टीम सादा वर्दी में वृंदावन के लिए रवाना हो गई. अपहरणकर्ताओं के बताए गए स्थान कमल मंदिर के सामने सचिन को भेजा गया. आरोपियों को पैसे लाने की सूचना दी गई, जिस पर दो आरोपी बाइक पर सवार होकर पैसे लेने पहुंचे. वहां सादा वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने दोनों आरोपियों को धर दबोचा. इसके बाद एक महिला और अन्य आरोपी को भी फ्लैट पर जाकर पकड़ लिया. पीड़ित श्यामवीर और धर्मवीर जाटव को भी मुक्त करा लिया.
ऐसे देते वारदात को अंजाम- पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी दिनेश, विजय, रामकेश और कविता को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी दिनेश अपनी प्रेमिका कविता के माध्यम से कुछ लोगों को चिन्हित करता था और फिर फोन करवा उन्हें हनी ट्रैप में फंसा कर बंधक बनाता था. जाल में फंसे पीड़ित को छुड़ाने के लिए गैंग मोटी रकम फिरौती के तौर पर मांगता था. इतना ही नहीं आरोपियों के पास से पुलिस की वर्दी,टोपी, बेल्ट और बैज भी बरामद किए हैं. पता चला है कि आरोपी इनका इस्तेमाल पुलिसकर्मी बनके धमकाने में करते थे.