भरतपुर. राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से गुर्जर आंदोलन की आग भड़की हुई है. पीलू का पुरा में गुर्जर आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठे हुए हैं. सोमवार दोपहर को समाज की महिलाओं ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया और अपने बच्चों के साथ पीलू का पुरा में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करने पहुंच गई. महिलाओं ने हाथों में लाठियां दिखाकर कहा कि वो बिना आरक्षण लिए नहीं हटेंगी.
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महिलाओं ने कहा कि वो आरक्षण के अलावा किसी भी मांग पर सहमत नहीं हैं. उनका पूरा समर्थन किरोड़ी सिंह बैंसला को है. बता दें कि दोपहर में किरोड़ी बैंसला ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा था कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक वो रेलवे ट्रैक पर आंदोलन करते रहेंगे. सोमवार को प्रदेश के कई इलाकों में गुर्जर इकट्ठे हुए. दौसा में भी दो जगहों पर गुर्जर समाज के लोग इकट्ठा हुए और पंचायत कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की.
गुर्जर आंदोलन को लेकर क्या बोले सरकार के मंत्री
गुर्जर आरक्षण मामले को लेकर खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि जब वार्ता में सब कुछ तय हो चुका है तो आखिर सहमति क्यों नहीं बन पा रही है. उन्होंने गुर्जरों के दो गुटों में बंटे होने की बात को खारिज किया और कहा कि गुर्जर एक हैं. उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान मिलने और बात करने से ही होगा.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि सरकार ने गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों से वार्ता की थी. उनकी जो भी मांगी थी, उन्हें पूरे करने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि अभी भी किसी मुद्दे पर सहमति नहीं बनी है तो उसे वार्ता के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है.