भरतपुर. 13 जनवरी को भरतपुर शराब दुखांतिका में 7 लोगों की मौत के बाद आबकारी विभाग और पुलिस विभाग लगातार अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसी के तहत पुलिस ने महज 12 दिनों में 178 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही भारी मात्रा में अवैध शराब को नष्ट किया है.
बता दें कि भरतपुर में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद पुलिस विभाग हरकत में आई और लगातार अवैध शराब तस्करी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. पिछले साल अप्रैल 2020 से 12 जनवरी 2021 तक आबकारी विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 294 लोगों को गिरफ्तार किया था. वहीं जहरीली शराब से हादसे के बाद सिर्फ 13 जनवरी से 24 जनवरी तक यानी 12 दिन के अंदर 66 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इन दिनों में 112 लोगों को गिरफ्तार किया है.
यूपी और हरियाणा बॉर्डर पर भी निगरानी
जिला आबकारी अधिकारी शिव सिंह ने बताया कि आबकारी विभाग ने जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत के बाद ना केवल जिले में बल्कि पूरे राजस्थान में अभियान चला रखा है और हादसे के बाद आबकारी विभाग ने कार्रवाई करते हुए 66 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पिछले साल 294 लोगों को कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया था. साथ ही जिले में अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से ठप करने के लिए कार्रवाई की जा रही है. जिले की सीमा उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगती है. इसलिए बॉर्डर पर भी अवैध शराब की आपूर्ति पर विशेष निगाह रखी जा रही है.
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गौरतलब है कि 13 जनवरी को रूपवास थाना इलाके के गांव चक सामरी में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गयी थी. जिस पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने भी विगत दिनों इन मौतों के जिम्मेदार तीन शराब तस्करों को उत्तर प्रदेश के आगरा से गिरफ्तार किया था, जो आगरा जिले के रहने वाले है और वहां अवैध शराब बनाकर यहां राजस्थान के इलाकों में कम दामों में बेचते हैं.