भरतपुर. लोकसभा चुनाव के बीच कामां कस्बे के लोगों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर कस्बे को रेल लाइन से नहीं जोड़ा गया तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे. हालांकि, इसको लेकर कामां कस्बे के लोगों ने कोसी चौराहे पर प्रदर्शन भी किया और स्वीकृत रेल लाइन का काम शुरू करने की मांग की.
बता दें, कामां क्षेत्र भगवान श्रीकृष्ण की क्रीड़ा स्थली है. यहां पर देश विदेश से हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. वहीं, दूसरी तरफ जुरहरा के पास सोनोखर में रीको का औद्योगिक क्षेत्र है. बावजूद रेल लाइन नहीं होने के कारण विकास नहीं हो सका है. लोगों का मानना है कि यदि ये प्रस्तावित रेल लाइन मंजूर हो जाती है तो इलाके में लोगों को रोजगार के अवसर बढेंगे. हालांकि, रेल लाइन की मांग को लेकर कस्बे के लोगों ने कोसी चौराहे पर प्रदर्शन कर पूर्व में स्वीकृत रेल लाइन का काम शुरू कराने की मांग की.
उधर, समाजसेवी विजय मिश्रा ने बताया कि केंद्र की मनमोहन सिंह की सरकार में भरतपुर के सांसद रतनसिंह ने कोसीकला से कामां भरतपुर रेलवे लाइन को अमली जामा पहनाया था और रेलवे लाइन का सर्वे करवाया था. उनके हारने के बाद भरतपुर से भाजपा के सांसद बहादुर सिंह कोली ने रेलवे लाइन की बात तो दूर जीतने के बाद कामां की तरफ मुड़कर भी नहीं देखा.
उन्होंने बताया कि कामां की जनता रेल लाइन को लेकर काफी समय से मांग कर रही है. अगर रेल लाइन से कामां क्षेत्र को नहीं जोड़ा गया तो क्षेत्र की जनता लोकसभा चुनावों में मतदान का बहिष्कार कर देगी. जिसे लेकर क्षेत्र के लोगों ने कस्बा की पूसी चौराहे पर प्रदर्शन कर अपनी मांग रखी.