भरतपुर. सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से रविवार को भी आंदोलन जारी रहा. संघर्ष समिति के नेतृत्व में जयपुर-आगरा हाईवे पर अरोदा के पास आंदोलनकारी जमे हुए हैं. एक तरफ जहां आंदोलनकारी अपने समाज के लोगों की रिहाई समहित आरक्षण व अन्य मांगों पर अड़े हुए हैं, वहीं प्रशासन की ओर से भी लगातार वार्ता का प्रयास किया जा रहा है. रविवार देर रात को संघर्ष समिति की ओर से 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर आलोक रंजन से मिला.
प्रतिनिधिमंडल ने गिरफ्तार किए गए समाज के लोगों को रिहा करने के साथ ही आरक्षण संबंधित अन्य मांगों को भी इस ज्ञापन में शामिल किया है. वहीं, जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि वार्ता के लिए सरकार हमेशा तैयार है. प्रतिनिधिमंडल ने जो ज्ञापन सौंपा है, वो उच्च अधिकारियों को भेज दिया जाएगा. हमारा प्रयास है कि जल्द ही सहमति बन जाए.
संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि वार्ता के लिए प्रतिनिधिमंडल तैयार किया जा रहा है. आंदोलनकारी दिन-रात जयपुर-आगरा हाईवे पर अरोदा में रुके हुए हैं. वहीं, रविवार देर रात को आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर आलोक रंजन से मिला. इसमें पप्पू प्रधान, श्याम सुंदर, श्री राम सैनी, भागचंद सैनी शामिल थे. जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन में समाज की ओर से मांग की गई है कि आंदोलन से पूर्व गिरफ्तार किए गए 26 लोगों को तत्काल प्रभाव से रिहा किया जाए.
9 दिन बाद शादी, युवक जेल में : ज्ञापन में यह भी बताया गया है कि पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए लोगों में उत्तर प्रदेश के गोवर्धन निवासी दो युवक शुभम और पंकज भी शामिल हैं. इन दोनों युवकों की 2 मई को शादी है. ऐसे में प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से मांग की है कि इन दोनों युवकों के साथ ही अन्य सभी लोगों को भी रिहा किया जाए. उधर जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल की मांग उच्च अधिकारियों तक भेज दी जाएगी. हमारा प्रयास है कि जल्द ही यह गतिरोध समाप्त हो और जल्द समाधान निकले.
वार्ता के लिए सरकार तैयार : जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि सैनी समाज के आंदोलन मामले में पुलिस एवं प्रशासन लगातार संघर्ष समिति से संपर्क कर सकारात्मक वार्ता की जा रही है. सरकार हमेशा वार्ता के लिए तैयार है. संघर्ष समिति भी अपना प्रतिनिधिमंडल फाइनल करने में जुटी हुई है. कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि चीजें सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री टीकाराम जूली ने आंदोलन के पहले दिन ही वीडियो जारी कर वार्ता के लिए संघर्ष समिति को बोला गया था. अब संघर्ष समिति की ओर से प्रतिनिधिमंडल के जाने का विषय है.
हाईवे पर खाना और टैंकर की पानी से बुझा रहे प्यास : मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि हाईवे पर आंदोलन में शामिल समाज के लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था आस-पड़ोस के गांव से सामाजिक स्तर पर ही की जा रही है. आंदोलनकारियों के लिए पीने के पानी के इंतजाम टैंकरों से किया गया है. आंदोलनकारी पूरी रात हाईवे पर ही रात गुजार रहे हैं. माली, सैनी, कुशवाहा, शाक्य, काछी आदि समाज के लिए 12% आरक्षण के साथ ही राज्य लवकुश कल्याण बोर्ड का गठन और राज्य में लवकुश छात्रावास का निर्माण प्रमुख मांगें हैं. जिला प्रशासन ने आंदोलन को देखते हुए नदबई, भुसावर और वैर क्षेत्र में रविवार रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं.