भरतपुर. जिले के बरोदा गांव का एक परिवार दर-दर की ठोकरें खाने के बाद जिला कलेक्ट्रेट में गुहार लगाने पंहुचा. बता दें कि यह मामला फर्जी तरीके से पीड़ित की कृषि जमीन और मकान पर लोन उठा लेने का है. वहीं यह मामला जिले के बरोदा गांव का है.
पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया की उनकी बयाना के बरोदा में जमीन और मकान स्थित है. लेकिन बयाना तहसीलदार के ड्राइवर ने फर्जी तरीके से उनकी कृषि की जमीन और मकान अपने नाम करवा ली. वहीं पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि इसमें तहसीलदार, गिरदावर और पटवारी मिले हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी मिलीभगत से ये पूरा फर्जीवाड़ा हुआ है. पीड़ित परिवार ने बताया कि इतना ही नहीं उन्होंने जमीन को अपने नाम करवा कर जमीन पर लोन भी उठा लिया है.
पढ़ें- पीएम नरेंद्र मोदी के 69वें जन्मदिन पर 69 फीट कपड़े के थैले का प्रदर्शन
पीड़ित ने बताया कि इस फर्जीवाड़े का उनको पता नहीं लगा, लेकिन कुछ समय बाद प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के अंतर्गत उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवाया और राजस्व रिकॉर्ड निकलवाए तो उन्हें इस बात का पता लगा. वहीं पता लगने पर उन्होंने रुदावल थाने में इसकी एफआईआर भी दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस ने कोई भी सुनवाई नहीं की. पीड़ित परिवार मंगलवार को जिला कलेक्टर के यहां अपनी गुहार लगाने पंहुचा तब जिला कलेक्टर ने उनकी फरियाद सुनते हुए एसडीएम को जांच के आदेश दिए हैं.