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Letter to President : युवक ने इच्छा मृत्यु के लिए राष्ट्रपति को लिखा खत, 3 साल से अनुकंपा नियुक्ति के लिए काट रहा चक्कर

भरतपुर के एक युवक ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को खत लिखा है. युवक ने खत के जरिए राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग (Bharatpur youth wrote letter to President) की है.

Bharatpur youth wrote letter to President
Bharatpur youth wrote letter to President
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Published : Mar 27, 2023, 9:21 PM IST

इच्छामृत्यु की मांग करने वाला राधेश्याम

भरतपुर. जिले के कुम्हेर क्षेत्र के एक युवक राधेश्याम के पिता सीआरपीएफ में तैनात थे. तीन साल पहले एक फील्ड ऑपरेशन के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. अब नियमानुसार युवक अनुकंपा आधार पर नौकरी पाना चाहता है, लेकिन बीते तीन साल से लगातार अधिकारियों और नेताओं के आगे पीछे चक्कर काट रहा है. युवक को हर तरफ से आश्वासन मिल रहा है, लेकिन नौकरी नहीं मिल रही. राधेश्याम का कहना है कि परेशान होकर उसने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है.

कुम्हेर के पैंगोर के लखन का नगला निवासी युवक राधेश्याम ने बताया कि उसके पिता जवाहर सिंह सीआरपीएफ की 114 बटालियन में तैनात थे. रांची से नीमच में फील्ड ऑपरेशन में जाते समय उनका देहांत हो गया. युवक राधेश्याम पिछले तीन साल से अनुकम्पा नियुक्ति के लिए दर-दर की ठोकर खा रहा है. लेकिन नौकरी नहीं मिली.

पेंशन पर निर्भर परिवार - युवक ने बताया कि इन तीन साल से सांसद और मंत्रियों के चक्कर काट-काटकर थक गया है. ऐसे में युवक ने अब परेशान होकर राष्ट्रपति को पत्र लिखकर मांग की है कि या तो उसे अनुकम्पा पर नौकरी दी जाए या फिर इच्छामृत्यु की अनुमति दी जाए. राधेश्याम ने बताया कि उसकी मां को 14 हजार रुपए पेंशन मिलती है. इनमें से 10 हजार रुपए नौकरी के प्रयास में मंत्री-सांसदों के चक्कर काटने पर खर्च हो जाते हैं. इतने बड़े परिवार में महज 4 हजार रुपए से महीने का गुजारा नहीं हो पाता है.

इसे भी पढ़ें - सौरभ कटारा को शहीद का सम्मान दिलाने के लिए वीरांगना व पूर्व सैनिक पिता बीते 3 साल से खा रहे हैं ठोकर

युवक राधेश्याम ने बताया कि अजमेर जीसी-1 में उसका मेडिकल हुआ लेकिन उसमें अनफिट कर दिया. कमांडेंट ने दोबारा मेडिकल कराने की बात कही. इसके बाद युवक को हर बार झूठी सांत्वना मिली. सीआरपीएफ में बार-बार चक्कर लगाने के बाद उन्होंने भरतपुर जिला कलक्ट्रेट को फाइल फॉरवर्ड कर दी है. परेशान युवक ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है.

इच्छामृत्यु की मांग करने वाला राधेश्याम

भरतपुर. जिले के कुम्हेर क्षेत्र के एक युवक राधेश्याम के पिता सीआरपीएफ में तैनात थे. तीन साल पहले एक फील्ड ऑपरेशन के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. अब नियमानुसार युवक अनुकंपा आधार पर नौकरी पाना चाहता है, लेकिन बीते तीन साल से लगातार अधिकारियों और नेताओं के आगे पीछे चक्कर काट रहा है. युवक को हर तरफ से आश्वासन मिल रहा है, लेकिन नौकरी नहीं मिल रही. राधेश्याम का कहना है कि परेशान होकर उसने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है.

कुम्हेर के पैंगोर के लखन का नगला निवासी युवक राधेश्याम ने बताया कि उसके पिता जवाहर सिंह सीआरपीएफ की 114 बटालियन में तैनात थे. रांची से नीमच में फील्ड ऑपरेशन में जाते समय उनका देहांत हो गया. युवक राधेश्याम पिछले तीन साल से अनुकम्पा नियुक्ति के लिए दर-दर की ठोकर खा रहा है. लेकिन नौकरी नहीं मिली.

पेंशन पर निर्भर परिवार - युवक ने बताया कि इन तीन साल से सांसद और मंत्रियों के चक्कर काट-काटकर थक गया है. ऐसे में युवक ने अब परेशान होकर राष्ट्रपति को पत्र लिखकर मांग की है कि या तो उसे अनुकम्पा पर नौकरी दी जाए या फिर इच्छामृत्यु की अनुमति दी जाए. राधेश्याम ने बताया कि उसकी मां को 14 हजार रुपए पेंशन मिलती है. इनमें से 10 हजार रुपए नौकरी के प्रयास में मंत्री-सांसदों के चक्कर काटने पर खर्च हो जाते हैं. इतने बड़े परिवार में महज 4 हजार रुपए से महीने का गुजारा नहीं हो पाता है.

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युवक राधेश्याम ने बताया कि अजमेर जीसी-1 में उसका मेडिकल हुआ लेकिन उसमें अनफिट कर दिया. कमांडेंट ने दोबारा मेडिकल कराने की बात कही. इसके बाद युवक को हर बार झूठी सांत्वना मिली. सीआरपीएफ में बार-बार चक्कर लगाने के बाद उन्होंने भरतपुर जिला कलक्ट्रेट को फाइल फॉरवर्ड कर दी है. परेशान युवक ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है.

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