बाड़मेर. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री व बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कैलाश चौधरी ने बुधवार को कोरोना महामारी से बचाव के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन से इंपोर्ट ड्यूटी हटाने के केंद्र सरकार के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि इससे एक तरफ रेमडेसिविर की सप्लाई बढ़ेगी तो वहीं दूसरी तरफ इसकी कीमत में भी कमी आएगी. कम कीमत में सभी तक स्वास्थ्य सेवाएं हर जन तक उपलब्ध हो, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेतृत्व में केंद्र सरकार की यह सर्वोच्च प्राथमिकता है.
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कैलाश चौधरी ने कहा कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग काफी ज्यादा हो गई है. परिस्थितियों को देखते हुए आमजन को राहत देने के लिए अब केंद्र सरकार की तरफ से बड़ी राहत देते हुए रेमडेसिविर पर कस्टम ड्यूटी घटा दी गई है. देश में रेमडेसिविर की कमी नहीं है और निर्यात पर बैन भी सावधानी बरतते हुए लगाया गया है. हमारे वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक करके बहुत कम समय में देशवासियों के लिए वैक्सीन विकसित की हैं. आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में है. भारत की कोल्ड चेन व्यवस्था के अनुकूल वैक्सीन हमारे पास है. यह एक सामूहिक प्रयास है जिसके कारण हमारा देश दो मेड इन इंडिया वैक्सीन के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर पाया.
चौधरी ने कहा कि टीकाकरण के पहले चरण से ही गति के साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक, जरूरतमंद लोगों तक वैक्सीन पहुंचे. दुनिया में सबसे तेजी से भारत में पहले 10 करोड़, फिर 11 करोड़ और अब 12 करोड़ वैक्सीन के डोज दिए गए हैं. एक मई के बाद से 18 वर्ष के ऊपर के किसी भी व्यक्ति को वैक्सीनेट किया जा सकेगा. अब भारत में जो वैक्सीन बनेगी, उसका आधा हिस्सा सीधे राज्यों और अस्पतालों को भी मिलेगा.