बाड़मेर. तीन तलाक पर कानून बनने के बाद भी तीन तलाक के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहा है. राजस्थान के बाड़मेर से तीन तलाक का मामला सामने आया है. यहां पर निकाह के बाद युवती आगे पढ़ना चाह रही थी, लेकिन दहेज के भूखे एक नौकरशाह ने निकाह के 6 साल बाद तलाक तलाक तलाक दे दिया है.
किस्मत की मारी पीड़िता ने आखिरकार कानून का दरवाजा खटखटाया और अपने लिए न्याय की गुहार लगाई है. लेकिन डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने के चलते पीड़िता ने परिवार और समाज के मौजूद लोगों के साथ एसपी कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपकर न्याय दिलाने की मांग की है.
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तीन तलाक कानून बनने के बाद महिला थाने में पहला तीन तलाक का मामला दर्ज हुआ, लेकिन डेढ़ माह बाद भी कार्रवाई नहीं होने के चलते पीड़िता ने समाज के मौजूद लोगों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचकर एसपी आनंद शर्मा को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है.
बाड़मेर के अंबेडकर कॉलोनी निवासी पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2014 में उसका निकाह हुआ था, आरोपी पति ने तीन बार तलाक तलाक कहकर संबंध तोड़ दिया था. यह घटना दिसंबर 2019 है. जिसके बाद पीड़िता और उसके परिजनों ने दोबारा परिवार को जोड़ने के लिए सामाजिक स्तर पर प्रयास किए. लेकिन ससुराल के लोग इस बात पर सहमत नहीं हुए. वहीं पीड़िता ने पुलिस की शरण ली और 3 जून को महिला थाने में तीन तलाक का मामला दर्ज करवाया.
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पीड़िता के अनुसार उसका 164 के तहत बयान दर्ज करवाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसके चलते समाज के मौजूद लोगों के साथ एसपी कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपकर न्याय दिलाने की मांग की है. पीड़िता के अनुसार एसपी ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही उचित कार्रवाई कर न्याय दिया जाएगा.