बालोतरा. सीईटीपी ट्रस्ट अध्यक्ष सुभाष मेहता ने बताया कि ट्रस्ट के सभागार में नारको इंडस्ट्रीज व हिंदुस्तान जिंक के द्वारा पीटीपी संचालकों को प्रशिक्षण दिया गया. जिसमें इकाइयों से निकलने वाले प्रदूषित पानी को ट्रीट करने, स्लज का निस्तारण करने सहित अन्य जानकारी दी गई.
ट्रस्ट अध्यक्ष मेहता ने बताया कि राज्य प्रदूषण बोर्ड द्वारा प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए निर्देशित किया गया हैं. जिसे लेकर ट्रस्ट कार्य कर रहा है, उसी के फलस्वरूप ट्रस्ट से जुड़ी इकाइयों में 50 केएल्डी से ज्यादा प्रदूषित पानी आ रहा है. उनमें एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करते हुए उन्हें पीटीपी चलाने के सम्बंध में जानकारी दी गई.
प्रदूषण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विनय कट्टा ने ईकाई संचालन के समय प्रदूषण का विशेष ध्यान रखने की बात कही. आस पास प्रदूषित पानी को नहीं फैलाने तथा स्लज को उचित स्थान पर संग्रहित करने के सम्बंध में जानकारी दी.
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इस दौरान विमल कुमार, धनराज चोपड़ा, कन्हैयालाल टावरी, तनसुख चोपड़ा, लक्ष्मण चौधरी, मनसुख सालेचा, कनिष्ठ अभियंता सुनील कुमार मौजूद रहे. बता दें कि जसोल बालोतरा बिठुजा क्षेत्र में प्रदूषण का मामला लम्बे समय से एनजीटी न्यायालय में चल रहा है. जिसे लेकर राज्य प्रदूषण बोर्ड द्वारा हालातों को सुधारने के लिए आवश्यक निर्देश देते हुए प्रतिदिन मोनिटरिंग करने के लिए एक टीम भी गठित की गई.