बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर में बच्चा गायब होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. शुक्रवार को सुबह अचानक बाड़मेर पुलिस को सूचना मिली कि राजकीय अस्पताल के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड से 3 दिन का मासूम गायब हो गया है. जिसके बाद पुलिस और अस्पताल प्रशासन के अधिकारी वार्ड पहुंच कर पीड़ित महिला और उसके परिवार से जानकारी जुटाई. उसके बाद पीड़ित परिवार ने जमकर हंगामा किया. बच्चे के गायब होने के बाद मचे हड़कंप के बीच जिला कलेक्टर ने ड्यूटी पर तैनात नर्सिंगकर्मी को निलंबित भी कर दिया. बच्चे को ढूंढने के लिए पुलिस टीमें लगी हुई थी, इस बीच करीब 15 घंटे बाद गायब हुआ बच्चा सड़क किनारे बैग में जिंदा मिल गया.
बैग में बच्चा एक राहगीर को मिला, उसने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंची. तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली. इससे पहले बच्चे के गायब होने के बाद जब पुलिस मेडिकल कॉलेज के सीसीटीवी कैमरों को खंगालने पहुंची तो बताया गया कि सारे कैमरे खराब पड़े हैं. घटना की सूचना मिलने पर कांग्रेस के विधायक मेवाराम जैन भी अस्पताल पहुंचे. पुलिस 3 दिन के मासूम की तलाश में जुट गई, लेकिन मामले में परिवार के लोगों ने दो महिलाओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
पढ़ें : मदद करने का झांसा दे बदला ATM कार्ड और खाते से निकाली एक लाख से अधिक की राशि
जानकारी के अनुसार कमला पत्नी नारायण सिंह निवासी गढ़वा की 3 दिन पहले डिलीवरी हुई थी. पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में जच्चा और बच्चा भर्ती थे. इसी दौरान यह घटना सुबह सामने आती है. घटना की जानकारी मिलने के बाद डीएसपी आनंद सिंह, कोतवाल उगमराज सोनी लगातार अस्पताल प्रबंधन और सुरक्षा गार्ड से पूछताछ की. परिवार के लोगों ने मासूम का वीडियो और फोटो जारी किया.
बताया जा रहा है कि कमला को 5 जुलाई को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. 6 जुलाई की रात्रि 10 बजे ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी. प्रसूता ने लड़की को जन्म दिया था. आज सुबह 6 बजे उठी तो देखा कि बेड पर बच्चा नहीं है. बच्चा गायब होने की जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी.
इस मामले में बाड़मेर जिला कलेक्टर ने आनन-फानन में ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग कर्मी को सस्पेंड कर दिया. वहीं, बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने इस मामले में 6 टीमें गठित की और हर एंगल से जांच शुरू की.
तकरीबन 15 घंटे बाद सिणधरी सड़क मार्ग पर राहगीर विजय मायला को एक बैग में नवजात दिखाई दिया तो उसने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और नवजात को अपने साथ जिला अस्पताल लेकर पहुंची जहां चिकित्सकों ने उसका उपचार शुरू किया. नवजात मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली. नवजात के मिलने की जानकारी पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन भी जिला अस्पताल पहुंचे और बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली.
राहगीर विजय मायला ने बताया कि वह और उनका दोस्त घर से आ रहे थे, तभी सिणधरी चौराहा और पुलिस चौकी के बीच सिणधरी सड़क मार्ग पर सड़क के बीचोंबीच एक बैग दिखाई दिया. जिस पर हमने पास जाकर देखा तो उसमें एक बच्चा था. अस्पताल से एक बच्चे के चोरी होने की चर्चा पूरे शहर भर में थी तो हम ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और फिर हम बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां उसे भर्ती करवाया है.
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हरीश चौहान ने बताया कि नवजात बच्चे का स्वास्थ्य ठीक है. वह सुबह से दूध नहीं पिया है इसकी वजह से कुछ कमजोरी जरूर है. हमारी पूरी टीम इस बच्चे का उपचार करने में जुट गई है. उम्मीद है कि सुबह तक यह बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगा.