बाड़मेर. जिला मुख्यालय पर पिछले 165 दिन से लगातार धरना चल रहा था. जैसलमेर विधायक रूपाराम के प्रयासों के बाद आखिरकार शनिवार को प्रशासन ने ग्राम पंचायत कुबड़िया के ग्रामीणों की कई मांगों पर सरकार और प्रशासन राजी हो गया. जिसके बाद शनिवार को धरना खत्म कर दिया गया.
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर ग्राम पंचायत कुबड़िया के ग्रामीणों की ओर से दिया जा रहा धरना शनिवार को 165 दिन बाद जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे की सार्थक पहल के बाद समाप्त हुआ.
अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ .पी .बिश्नोई , जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनु, जैसलमेर विधायक के प्रतिनिधि और जैसलमेर जिला परिषद सदस्य हरीश धनदे ने धरणार्थियों को जूस पिलाकर धरना समाप्त करवाया.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू ने बताया कि पंचायत पुनर्गठन में नवगठित कुबड़िया पंचायत में मुख्यालय किया गया था. जिसको लेकर ग्रामीण पंचायत का मुख्यालय शास्त्री गांव में करवाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे.
ऐसे में जैसलमेर विधायक रुपाराम की ओर से ग्रामीणों की मांगों को लेकर विशेष प्रयास किए जा रहे थे. शनिवार को विधायक के प्रतिनिधि और एडीएम बाड़मेर के साथ यहां धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से समझाइश कि जिस पर तीन मांगों पर सहमति बनने के बाद उन्हें जूस पिलाकर धरने को समाप्त करवाया.
जैसलमेर विधायक को रुपाराम धनदेव के प्रतिनिधि और जैसलमेर जिला परिषद सदस्य हरीश धनदेव ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर यह ग्रामीण यहां बाड़मेर जिला मुख्यालय पर 165 दिनों से धरने पर बैठे हुए थे.
इन ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए विधायक जैसलमेर की ओर से विशेष प्रयास करते हुए इनकी मांगों को लेकर सरकार से वार्ता की गई जिस पर इनकी कई मांगों पर सहमति बनी है. जिसके बाद आज इन से वार्ता की है और उन्होंने आज अपना धरना समाप्त कर दिया है.
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धरने पर बैठे ग्रामीण ने बताया कि कुबड़िया पंचायत का मुख्यालय शास्त्री गांव में करवाने की मांग को लेकर हम लोग 165 दिनों से धरने पर बैठे थे. प्रशासन के अधिकारियों ने यहां पहुंचकर कहा कि शास्त्रीगांव में स्कूल क्रमोन्नत करने, उप स्वास्थ्य केंद्र बनाने और कुबड़िया में निर्माणाधीन ग्राम पंचायत भवन का निर्माण पूर्व में गठित कमेटी के स्थान पर सरपंच की ओर से करवाई जाने का आश्वासन दिया है. जिसके बाद आज हमने धरने को समाप्त करने की घोषणा की है.