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पेश की नजीरः स्कूल के विकास के लिए शिक्षकों ने की एक महीने का वेतन देने की घोषणा, शिक्षा मंत्री ने किया सैल्यूट - Barmer News

राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव उपखंड में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों ने अपनी 1 महीने की सैलरी विद्यालय के विकास में देने की घोषणा की. शिक्षकों की घोषणा के बाद सूबे के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी शिक्षकों को सैल्यूट किया है.

शिक्षकों ने दिया एक महीने का वेतन, Teachers announced one month salary
शिक्षकों ने की एक महीने का वेतन देने की घोषणा
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Published : Jan 27, 2020, 11:43 PM IST

शिव (बाड़मेर). सरकारी स्कूलों का विकास करवाने में भामाशाहों की ओर से आर्थिक सहयोग देने के मामले तो अक्सर सामने आते रहते हैं. लेकिन राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव उपखंड में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, उटल में कार्यरत सभी शिक्षकों ने करीब 2 लाख रुपए दान दिए हैं. इन सभी शिक्षकों ने अपनी 1 महीने की सैलरी विद्यालय के विकास में देने की घोषणा की.

शिक्षकों ने की एक महीने का वेतन देने की घोषणा

विद्यालय में यह है कमी...

  • बालक-बालिकाओं का शौचालय नहीं है. एक है तो वह भी बहुत पुराना हो चुका है, जो लायक नहीं है.
  • विद्यालय में 5 क्लासरूम हैं, जिनमें 3 अच्छी कंडीसन में है. शेष 2 बहुत जर्जर हालत में है.
  • विद्यालय में पानी की बहुत समस्या है. पाईप लाईन की स्वीकृति नहीं होने से टांके में कनेक्शन नहीं है. इसलिए बच्चों के लिए भामाशाहों के सहयोग से टांके मे पानी डलवाते हैं.
  • विद्यालय में चारदीवारी है, जो 4 फीट ऊंची है. इसके कारण मवेशी अंदर आकर विचरण करते हैं, जो विद्यालय प्रांगण मे खड़े पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं.

स्कूल मे भौतिक संसाधनों की आवश्यकताओं को देखते हुए विद्यालय के शिक्षकों ने यह घोषणा की है. विद्यालय में इसके लिए शिक्षकों के साथ सरकार और भामाशाह भी आगे आते हैं, तब ही विद्यालय में निम्न मूलभूत संसाधनों की सुविधा उपलब्ध हो सकती है और विद्यालय का सुधार हो सकता है.

पढ़ें- 'मोहिनी' का जज्बा : दोनों हाथ नहीं होने के बावजूद 5 दिन तक JLF में की LIVE पेंटिंग

सोशल मीडिया पर भी कई संगठनों की ओर से विद्यालय और शिक्षकों की जमकर तारीफ की जा रही है. बता दें कि इन शिक्षकों में कैलाशदान, प्रधानाध्यापक, जीवणाराम कुमावत, दिनेश कुमार सोनी, जोगाराम कुमावत, शीला मीणा और रेखा कुमारी पालीवाल शामिल हैं, जिन्होंने अपनी एक महीने की सैलरी विद्यालय के विकास में देने की घोषणा की है. ये सभी शिक्षक राजस्थान में अपने आप में एक बड़ी मिसाल हैं.

मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने की सराहना

  • मैं राउप्रावि, उटल, शिव, बाड़मेर के इन गुरुजनों को सेल्यूट करता हूँ, जिन्होंने अपना एक माह का वेतन अपने विद्यालय के नाम दान कर दिया | प्रधानाध्यापक जी से मेरा आग्रह है की विद्यालय में किसी भी अतिरिक्त संसाधन की आवश्यकता हो तो बस 1 आवेदन मुझ तक पहुंचा दें| आपकी हर संभव मदद होगी | pic.twitter.com/Bxv4nnL404

    — Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) January 26, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, उटल, शिव, बाड़मेर के इन शिक्षकों के कार्य की सराहना की है. मंत्री ने कहा कि ऐसे गुरुजनों को सेल्यूट करता हूं, जिन्होंने अपना एक महीने का वेतन अपने विद्यालय के नाम दान कर दिया. मंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और कहा कि विद्यालय में किसी भी अतिरिक्त संसाधन की आवश्यकता है तो बस एक आवेदन मंत्री तक पहुंचा दे हर संभव मदद होगी.

शिव (बाड़मेर). सरकारी स्कूलों का विकास करवाने में भामाशाहों की ओर से आर्थिक सहयोग देने के मामले तो अक्सर सामने आते रहते हैं. लेकिन राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव उपखंड में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, उटल में कार्यरत सभी शिक्षकों ने करीब 2 लाख रुपए दान दिए हैं. इन सभी शिक्षकों ने अपनी 1 महीने की सैलरी विद्यालय के विकास में देने की घोषणा की.

शिक्षकों ने की एक महीने का वेतन देने की घोषणा

विद्यालय में यह है कमी...

  • बालक-बालिकाओं का शौचालय नहीं है. एक है तो वह भी बहुत पुराना हो चुका है, जो लायक नहीं है.
  • विद्यालय में 5 क्लासरूम हैं, जिनमें 3 अच्छी कंडीसन में है. शेष 2 बहुत जर्जर हालत में है.
  • विद्यालय में पानी की बहुत समस्या है. पाईप लाईन की स्वीकृति नहीं होने से टांके में कनेक्शन नहीं है. इसलिए बच्चों के लिए भामाशाहों के सहयोग से टांके मे पानी डलवाते हैं.
  • विद्यालय में चारदीवारी है, जो 4 फीट ऊंची है. इसके कारण मवेशी अंदर आकर विचरण करते हैं, जो विद्यालय प्रांगण मे खड़े पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं.

स्कूल मे भौतिक संसाधनों की आवश्यकताओं को देखते हुए विद्यालय के शिक्षकों ने यह घोषणा की है. विद्यालय में इसके लिए शिक्षकों के साथ सरकार और भामाशाह भी आगे आते हैं, तब ही विद्यालय में निम्न मूलभूत संसाधनों की सुविधा उपलब्ध हो सकती है और विद्यालय का सुधार हो सकता है.

पढ़ें- 'मोहिनी' का जज्बा : दोनों हाथ नहीं होने के बावजूद 5 दिन तक JLF में की LIVE पेंटिंग

सोशल मीडिया पर भी कई संगठनों की ओर से विद्यालय और शिक्षकों की जमकर तारीफ की जा रही है. बता दें कि इन शिक्षकों में कैलाशदान, प्रधानाध्यापक, जीवणाराम कुमावत, दिनेश कुमार सोनी, जोगाराम कुमावत, शीला मीणा और रेखा कुमारी पालीवाल शामिल हैं, जिन्होंने अपनी एक महीने की सैलरी विद्यालय के विकास में देने की घोषणा की है. ये सभी शिक्षक राजस्थान में अपने आप में एक बड़ी मिसाल हैं.

मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने की सराहना

  • मैं राउप्रावि, उटल, शिव, बाड़मेर के इन गुरुजनों को सेल्यूट करता हूँ, जिन्होंने अपना एक माह का वेतन अपने विद्यालय के नाम दान कर दिया | प्रधानाध्यापक जी से मेरा आग्रह है की विद्यालय में किसी भी अतिरिक्त संसाधन की आवश्यकता हो तो बस 1 आवेदन मुझ तक पहुंचा दें| आपकी हर संभव मदद होगी | pic.twitter.com/Bxv4nnL404

    — Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) January 26, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, उटल, शिव, बाड़मेर के इन शिक्षकों के कार्य की सराहना की है. मंत्री ने कहा कि ऐसे गुरुजनों को सेल्यूट करता हूं, जिन्होंने अपना एक महीने का वेतन अपने विद्यालय के नाम दान कर दिया. मंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और कहा कि विद्यालय में किसी भी अतिरिक्त संसाधन की आवश्यकता है तो बस एक आवेदन मंत्री तक पहुंचा दे हर संभव मदद होगी.

Intro:*सरकारी विधालय के सभी शिक्षकों ने एक माह का वेतन दिया विधालय विकास मे शिक्षा मत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सभी शिक्षकों को कहा सेल्यूट।Body:*सरकारी विधालय के सभी शिक्षकों ने अपना एक माह का वेतन दिया विधालय विकास मे* शिव @ सरकारी स्कूलों का विकास करवाने में भामाशाहों द्वारा आर्थिक सहयोग देने के मामले तो अक्सर सामने आते रहते हैं मगर राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव उपखंड में स्थित विद्यालय, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय उटल के सरकारी विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों ने तकरीबन दो लाख रूपय दान किए है हैं इन सभी शिक्षकों ने अपनी 1 माह की सैलरी विद्यालय के विकास में देने की घोषणा की और इतिहास में यह पहली बार देखने में आया है कि सरकारी विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों ने अपनी 1 माह की सैलरी विकास कार्य में विद्यालय में दे दी है स्कूल मे भौतिक ससाधनो कि आवश्यकताओ को देखते हुए, जो इस प्रकार है बालक बालिकाओं का शोचालय नही है जो है वह बहुत पुराना हो चुका है जो लायक नही है, विधालय मे पांच कक्षा कक्ष हैं जिनमें तीन अच्छी कडीसंन मे है बाकी दो बहुत जर्जर हालत मे है जिसमें बच्चों को बिठाते हे तो खतरा मडराता है , पानी कि बहुत विकट समस्या है नजदीक से पाईप लाईन स्वीकृति नहीं होने से टाके मे कनेक्शन नही है इसलिए बच्चों के लिए भामाशाहों के सहयोग से टाके मे पानी टकी डलवाते है,विधालय चार दीवारी है जो हाईट मे चार फिट है बहुत ही छोटी है जिससे मवेशी अन्दर आकर विचरण करते हैं जो विधालय प्रागंण मे खडे पेड पौध को नुकसान पहचाते है इसलिए शिक्षकों के साथ सरकार और भामाशाह भी आगे आते है तो विधालय मे निम्न मुलभुत संसाधनों कि सुविधा उपलब्ध हो सकती हैं तो विधालय का सुधार हो सकता है ।जिसकी सहराना सुबे के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा तक की और कहा कि सभी शिक्षकों को सेल्यूट और सोशल मीडिया पर भी कही सगठनों द्वारा विद्यालय और शिक्षकों की जमकर तारीफ कि जा रही है इन स्टाफ कि कैलाशदान प्रधानाध्यापक, जीवणाराम कुमावत, दिनेश कुमार सोनी ,जोगाराम कुमावत, शीला मीणा,रेखा कुमारी पालीवाल,जो सभी शिक्षक अपने आप मे एक बड़ी मिसाल है राजस्थान में।। रिपोर्ट जेठूसिंह भाटी 1-जगाराम कुमावत अध्यापक ,बाईट 2-शीला मीणा अध्यापिका ,बाईटConclusion:
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